चंडीगढ़: पंजाब के अमृतसर में प्रशासन ने एक आवासीय विद्यालय को तकनीकी इनोवेशन के साथ कोविड-19 (Coronavirus) रोगियों के लिए 1,000-बेड वाले आइसोलेशन केंद्र में परिवर्तित कर दिया है. यह राज्य में पहला ऐसा स्कूल है, जिसे आइसोलन सेंटर बनाया गया है. यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी. यह केंद्र मेरिटोरियस स्कूल में बनाया गया है. यह केंद्र खास तौर पर उनके लिए है जो कोविड-19 से संक्रमित हैं, या जिनमें उसके लक्षण देखे गए हैं. राज्यव्यापी कोरोनोवायरस मामलों की निगरानी के प्रभारी विशेष मुख्य सचिव के.बी.एस. सिद्धू ने एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी.
इसी तरह के केंद्र जालंधर, लुधियाना और मोहाली शहरों में बनाए जाएंगे. सिद्धू ने आईएएनएस को बताया कि व्यक्तियों के बीच संपर्क को कम करने के लिए स्थानीय तौर पर तकनीकी इनोवेशन तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि वार्ड में मरीजों को एक रिमोट कंट्रोल वाले उपकरण से पानी, भोजन, दवाइयां इत्यादि दिया जाएगा. इससे किसी भी स्वास्थ्यकर्मी को वार्ड में नहीं जाना पड़ेगा. सिद्धू ने कहा, "चिकित्सा और सहायक कर्मचारियों ने इसकी सराहना की." यह भी पढ़ें: पंजाब में कोविड-19 के 11 और मामले, संक्रमितों की संख्या बढ़कर 309 हुई
राज्य के शिक्षा विभाग ने अपने 10 मेटोरियस स्कूलों के हॉस्टल को कोविड केयर आइसोलेशन केंद्रों के रूप में परिवर्तित करने का प्रण लिया है, जिनकी क्षमता 8,346 बेड की होगी. अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि स्वास्थ्य सेवा के कर्मचारी करीब 200 कक्षाओं का उपयोग कर सकते हैं. उपायुक्त शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने कहा कि अमृतसर में कोविड केयर सेंटर 30 अप्रैल को कमिशनिंग के पहले चालू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि केंद्र में एक काउंसलिंग और कपड़े धोने का केंद्र भी होगा. वहीं केंद्र की बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य पुलिस को सौंपी गई है. गौरतलब है कि अमृतसर में अब तक 14 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है.