छतीसगढ़, 25 जुलाई: एक पर्यावरण कार्यकर्ता ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बालोद (Balod) में प्रस्तावित सड़क परियोजना के लिए पेड़ों को काटने से बचाने के लिए देवताओं की तस्वीरें चिपका रहे हैं. वीरेंद्र सिंह (Virendra Sing) ने कल कहा,"परियोजना से 2,900 पेड़ों की कटाई होगी. हम विकास चाहते हैं, लेकिन जंगलों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते." ख़बरों के अनुसार बालोद दैहान से लेकर तरौद तक 7.80 किमी बायपास रोड बनना तय हुआ है, जिसमें लगभग 2,900 पेड़ों की कटाई होना सुनिश्चित किया है. जिसको लेकर पर्यावरण प्रेमी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और दैहान तरौद जंगल बचाओ अभियान के तहत कभी चिपको आंदोलन कभी रक्षा सूत्र बांधकर तो कभी भगवान की तस्वीरें लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं. यह भी पढ़ें: मुंबई: बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरे कॉलोनी को लेकर सभी याचिकाओं को किया खारिज
इस बाईपास को 10 मीटर चौड़ा और कंक्रीट की सड़क बनाने की योजना है. इसके बाद यह सड़क नेशनल हाईवे-930 से जुड़ जाएगी. करीब 40 करोड़ रुपए खर्च कर बनाई जाने वाली इस सड़क के लिए वहां लगे पेड़ों को काटा जाएगा. सड़क के दोनों ओर की जमीन वन विभाग की है. इसके बाद से ही लोग विरोध कर रहे हैं.
देखें वीडियो:
#WATCH | An environment activist pastes photos of Gods on trees to save them from felling for a proposed road project in Balod, Chhattisgarh
"The project will lead to felling of 2,900 trees. We want development, but don't want forests to be harmed," said Virendra Singh yesterday pic.twitter.com/b2kcMIse7J
— ANI (@ANI) July 25, 2021
पर्यावरण प्रेमिओं ने मांग की है कि सड़क बनाने के लिए हरियाली नष्ट न करें, और अगर पेड़ काटना जरुरी है तो पहले पेड़ लगाएं. विकास के लिए विनाश न करें. पर्यावरण प्रेमियों ने रैली निकालकर पेड़ न काटने और वृक्षारोपण को बढ़ावा देने की अपील की है.