कुछ दिन पहले ऑनलाइन फूड डिलिवर करने वाली कंपनी जमैटो के कर्मचारी का एक विडियो वायरल हुआ था. जिसमें कर्मचारी अपने स्कूटर पर बैठकर डिलिवर करने जा रहे फूड पैकेट में से खाना खाता हुआ दिखाई दे रहा था. ये विडियो वायरल होने के बाद कुछ लोग जहां फूड डिलिवरी कंपनियों से परहेज करने की बात कर रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग डिलिवरी बॉयज के प्रति सहानुभूति जता रहे हैं. लेकिन सुरक्षित और साफ खाना कस्टमर तक कैसे पहुंचाया जाए इसपर भी बहस तेज हो गई है.
सेफ पैकेजिंग : वायरल विडियो की वजह से सभी ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी की इमेज खराब हो गई है और इसे कैसे सुधारा जाए इसपर बहस जारी है. जमैटो के फाउंडर का कहना है कि उनकी पॉलिसी के मुताबिक़ खाने के पैकेट से कोई भी छेड़छाड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कंपनी खाने की सेफ पैकेजिंग करेगी जिससे कोई भी छेड़- छाड़ नहीं कर पाएगा.
इस मामले के उजागर होने के बाद सभी ऑनलाइन फूड डिलिवरी बॉयज को उनकी कंपनी की ओर से वार्निंग दी गई है. कि कोई भी शिकायत आने पर नौकरी चली जाएगी और डिलिवरी बॉय को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा. जिसके बाद उसे दूसरी कंपनी में भी नौकरी नहीं मिल पाएगी.
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ऐक्ट्रेस नम्रता शिरोडकर ने विडियो देखते ही इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा, 'यह शॉकिंग है कि कैसे एक फेमस फूड डिलिवरी कंपनी काम कर रही है. लोग ऑनलाइन खाना बेसिक हाइजीन को ध्यान में रखकर मंगवाते हैं. नम्रता ने ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्या इन डिलिवरी बॉयज को वर्क एथिक्स नहीं सिखाए जाते? ऐसा लगता है कि अब ऑनलाइन खाना मंगवाने से पहले दो बार सोचना होगा. मैं अपने बच्चों को इस बात के लिए प्रोत्साहित नहीं करूंगी कि वे ऑनलाइन खाना ऑर्डर करें. मैं तो कहूंगी कि आप भी ऐसा न करें.'
लेकिन सभी ऐसा नहीं सोचते. कुछ सोशल मीडिया यूजर डिलिवरी बॉय पर गुस्सा उतार रहे हैं, तो कुछ उनके प्रति सहानुभूति रखते है. एक यूजर ने लिखा कि इन्हें मिलता ही क्या है, पूरे दिन काम करते हैं तो महीने के कुछ हजार रुपये हाथ में आते हैं. इनकी छुट्टियां, काम के घंटे और इंश्योरंस की पॉलिसी होनी चाहिए. कंपनियां इनकी वजह से कमाई कर रही हैं, लेकिन इन पर ध्यान नहीं देती. तो वहीं एक यूजर ने लिखा कि पूरे दिन में एक या दो ऑर्डर इनके खुद के खाने के भी होने चाहिए.