मुंबई/नई दिल्ली, 7 फरवरी : महाराष्ट्र कांग्रेस में आंतरिक संकट गहरा गया है, क्योंकि विजय उर्फ बालासाहेब थोराट (Balasaheb Thorat) ने कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी सूत्रों ने यह खुलासा किया है. सूत्रों ने बताया कि उन्होंने इस्तीफे की पेशकश नई दिल्ली में पार्टी आलाकमान से की है न कि विधानसभा अध्यक्ष को. हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस तरह के किसी भी घटनाक्रम से इनकार किया और कहा कि उन्हें थोराट से कोई त्याग पत्र नहीं मिला है.
मीडियाकर्मियों द्वारा लगातार पूछे जाने वाले पटोले ने कहा, मैं थोराटजी को आज उनके जन्मदिन पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं और उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं, हालांकि, मुझे ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है, जिसका दावा किया गया हो. कम से कम उन्हें हमसे संवाद करना चाहिए, फिर हम चर्चा कर सकते हैं. यह भी पढ़ें : भारत में प्रतिबंध के बावजूद सट्टेबाजी और कैसीनो कंपनियां विज्ञापन के नए रास्ते तलाश रही
हालांकि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है, लेकिन कहा जाता है कि थोराट पद को छोड़ने पर अड़े हुए हैं. पिछले हफ्ते नासिक ग्रेजुएट्स कांस्टीट्यूएंसी एमएलसी द्विवार्षिक चुनावों के हालिया परिणामों के बाद थोराट-पटोले के बीच हुए एक कड़वे झगड़े का प्रकरण बंद हो गया. थोराट के भतीजे निर्दलीय प्रत्याशी सत्यजीत तांबे ने कांग्रेसी विद्रोही के रूप में चुनाव जीता. उन्होंने एमवीए उम्मीदवार शुभांगी पाटिल को हराया.