Tokyo Olympics: रवि दहिया और नीरज चोपड़ा इतिहास रचने की राह पर, आ सकता है गोल्ड
रवि दहिया (Photo: Instagram)

टोक्यो, चार अगस्त: पहलवान रवि दहिया और भाला फेंक के एथलीट नीरज चोपड़ा ने बुधवार को यहां तोक्यो ओलंपिक खेलों में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से इतिहास रचने की तरफ कदम बढ़ाये लेकिन लवलीना बोरगोहेन को सेमीफाइनल में हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा जबकि महिला हॉकी टीम भी फाइनल में पहुंचने में नाकाम रही. Tokyo Olympics 2020 Schedule: गुरुवार को भारतीय खिलाड़ी कब, कहां और कितने बजे पेश करेंगे चुनौती, यहां देखें पूरा शेड्यूल.

दहिया कुश्ती में पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में कजाखस्तान के नूरइस्लाम सानायेव को ‘ पिन फॉल’ पर हराकर फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बने. उनके पास अब स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने का मौका है.

चोपड़ा ने एथलेटिक्स प्रतियोगिता की भाला फेंक स्पर्धा में 86.65 मीटर भाला फेंककर फाइनल में जगह बनायी. उनके पास भी पदक जीतकर इतिहास रचने का अवसर है क्योंकि अभी तक कोई भी भारतीय एथलेटिक्स में पदक नहीं जीत पाया है.

लवलीना और हॉकी टीम के पास भी ऐसे मौके थे लेकिन वे सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाये. लवलीना को महिलाओं के 69 किग्रा भार वर्ग में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली से हार गयी जबकि अर्जेंटीना ने महिला हॉकी टीम को 2-1 से पराजित किया.

गोल्फ में हालांकि अदिति अशोक ने अच्छी शुरुआत करके उम्मीद बंधायी है. वह पहले दौर के बाद संयुक्त दूसरे स्थान पर हैं. भारत के नाम पर अभी एक रजत और दो कांस्य सहित तीन पदक दर्ज हैं और वह पदक तालिका में 65वें स्थान पर है.

भारतीयों में बुधवार का दिन निश्चित तौर पर दहिया के नाम पर था. कुश्ती में वैसे भारत के लिये यह दिन मिश्रित सफलता वाला रहा. दीपक पूनिया सेमीफाइनल में हार गये लेकिन कांस्य पदक की दौड़ में बने हुए जबकि अंशू मलिक अब रेपाशॉज के जरिये पदक के लिये अपना भाग्य आजमाएगी.

हरियाणा के एक किसान के बेटे दहिया से पहले सुशील कुमार ओलंपिक कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाले अकेले भारतीय थे जिन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था. चौथी वरीयता प्राप्त दहिया सेमीफाइनल में एक समय 2 . 9 से पीछे थे लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए अपने विरोधी के दोनों पैरों पर हमला किया और उसे कसकर पकड़ लिया. इसके बाद उसे जमीन पर पटखनी देकर ‘ पिन फॉल ’ से मुकाबला जीत लिया. इसमें अगर कोई पहलवान विरोधी के दोनों कंधे जमीन पर लगा दे तो मैच वहीं खत्म हो जाता है .

दहिया ने इससे पहले दोनों मुकाबले तकनीकी दक्षता के आधार पर जीते थे. फाइनल में उनका सामना मौजूदा विश्व चैम्पियन रूस के जावुर युगुएव से होगा. दहिया ने जीत के बाद कहा,‘‘ मैं उसे दो बार पहले भी हरा चुका हूं तो मुझे पता था कि पिछड़ने के बावजूद वापसी कर सकता हूं . यह करीबी मुकाबला था और मुझे बढत गंवानी नहीं चाहिये थी . ’’

पूनिया पुरुषों के 86 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में हालांकि अमेरिका के 2018 विश्व चैम्पियन डेविड मौरिस टेलर से एकतरफा मुकाबले में हार गए . पूनिया का सामना अब माइलेस एमिने और अली शाबानाउ के बीच होने वाले रेपेशॉज मुकाबले के विजेता से होगा .

महिलाओं के 57 किग्रा भार वर्ग में 19 वर्षीय अंशु मलिक पहले मुकाबले में यूरोपीय चैम्पियन बेलारूस की इरिना कुराचिकिना से 2 . 8 से हार गई. उन्हें हालांकि पदक जीतने का एक और मौका मिलेगा क्योंकि इरिना फाइनल में पहुंच गई है . अब अंशु गुरूवार को रेपेशॉज खेलेगी और कांस्य की दौड़ में होगी .

एथलेटिक्स में ओलंपिक में पदार्पण कर रहे चोपड़ा ने अपने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया.

पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन चोपड़ा ग्रुप ए और ग्रुप बी में 32 खिलाड़ियों में शीर्ष पर रहे. उनका निजी और सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88.07 मीटर है जो उन्होंने मार्च 2021 में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री 3 में बनाया था.

शिवपाल ने हालांकि निराश किया. वह अपने पहले प्रयास में 76.40 मीटर, दूसरे में 74.80 मीटर और तीसरे प्रयास में 74.81 मीटर की दूरी ही तय कर पाए और ग्रुप बी में 16 खिलाड़ियों के बीच 12वें और कुल 27वें स्थान पर रहे.

मुक्केबाजी में लवलीना को सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा. इसके साथ ही तोक्यो ओलंपिक में भारतीय मुक्केबाजों का अभियान एक कांस्य पदक के साथ खत्म हुआ.

ओलंपिक में पदार्पण कर रही विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना के खिलाफ बुसेनाज ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और सर्वसम्मति से 5-0 से जीत दर्ज करने में सफल रही.

महिला हॉकी टीम ने साहसिक प्रदर्शन किया लेकिन वह विश्व में दूसरे नंबर की टीम अर्जेंटीना को जीत से नहीं रोक पायी. भारत के पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है जिसके लिये शुक्रवार को उसका सामना तीसरे चौथे स्थान के मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन से होगा .

भारत के लिये गुरजीत कौर ने दूसरे मिनट में गोल किया लेकिन अर्जेंटीना के लिये कप्तान मारिया बारियोनुएवा ने 18वें और 36वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर तब्दील किये. गोल्फ में अदिति अशोक ने शानदार शुरूआत करके पहले दिन चार अंडर 67 का स्कोर करके संयुक्त दूसरा स्थान हासिल किया. अदिति अभी दुनिया की नंबर एक गोल्फर नैली कोरडा के साथ दूसरे स्थान पर हैं. वह शीर्ष पर काबिज स्वीडन की मेडेलेने सैगस्ट्रोम से एक शॉट पीछे हैं. भारत की दीक्षा डागर ने पांच बोगी की और कोई बर्डी नहीं लगा सकी. वह संयुक्त 56वें स्थान पर हैं.

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