मुंबई: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ईसाई समुदाय से बातचीत करने के लिए ईसाई विंग (Christian wing) गठित करने पर विचार कर रहा है. ताकि वह ईसाई समुदाय के लोगों के करीब आ सके. सूत्रों की माने तो संघ पिछले एक साल से ईसाई राष्ट्रीय मंच स्थापित करने की कोशिश कर रहा था. संघ की तरफ से ऐसा कहा जा रहा है कि वह इस मंच को ठीक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (Muslim Rashtriya Manch) की तर्ज पर गठित करने के बारे में सोचा रहा है. ताकि जिस तरह से राष्ट्रिय मुस्लिम मंच संघ के लिए काम कर रहा है ठीक उसी तरह से ईसाई विंग भी काम करे.
इस मंच के लिए संघ के नेताओं ने 2016 में राष्ट्रीय ईसाई मंच के गठन को लेकर पादरियों से संपर्क किया था. लेकिन उस समय कोई नतीजा नहीं निकल पाया था. इसके बाद साल 2017 में एक बार फिर इसके लिए संघ की तरफ से कोशिशें शुरू हुईं. तब उत्तर भारतीय चर्च से जुड़े आगरा के एक परिवार ने नई दिल्ली और नागपुर में संघ नेतृत्व से मुलाकात की थी. इसके बाद से संघ और ईसाई समुदाय के सदस्यों व पादरियों के बीच मुलाकातों का दौर जारी है. यह भी पढ़े: हिंदू राष्ट्र का मतलब यह नहीं कि यहां मुस्लिमों के लिए स्थान नहीं: प्रवीण तोगड़िया
राष्ट्रीय ईसाई मंच के गठन को लेकर जारी इस बातचीत में शामिल लोग वैसे तो अपना नाम जाहिर करने से बच रहे हैं. लेकिन उन्होंने इस मंच के गठन को लेकर जारी कोशिशों की पुष्टि करते हुए कहा कि यदि ऐसा होता है तो यह मंच संघ और ईसाई समुदाय के बीच पुल की तरह काम करेगा. इस बातचीत में शामिल एक व्यक्ति ने अपने अनुभव और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ बातचीत के आधार बताया कि ईसाई समुदाय के लोगों को आरएसएस के करीब जाना चाहिए, ताकि वे उससे बातचीत कर राष्ट्र निर्माण में संघ की भूमिका को समझ सके.'
2014 लोकसभा चुनाव के बाद संघ में जगी उत्सुकता
इस बातचीत को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि संघ के अंदर ईसाई समुदाय से जुड़ने को लेकर 2014 लोकसभा चुनाव के बाद जगी. जिसके बाद वह इस समुदाय से संपर्क करना शुरू कर दिया. ताकि संघ के बीच ईसाई समुदाय को लेकर जो दूरिय है खत्म किया जा सके. हालांकि कुछ लोग इसे वोट बैंक की राजनीत बता रहे है. क्योंकि यह समुदाय सालों से संघ से दूर रहा है.
संघ के लिए सभी के लिए दरवाजे खुले है
संघ और ईसाई समुदाय के बीच एक राष्ट्रीय मंच स्थापित करने को लेकर बातचीत शुरू है. आरएसएस की तरफ से इस बात बात की पुष्टि हुई है. लेकिन संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा है कि 'संघ कोई संपर्क कार्यक्रम नहीं चलाता है, लेकिन आरएसएस से जुड़ने की इच्छा रखने वालों के लिए इसके दरवाजे खुले हैं.'