भभुआ: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को चेतावनी देते हुए कहा कि बिहार (Bihar) में अब किसान आंदोलन (Kisan Andolan) शुरू हो गया. उन्होंने कहा कि राज्य में मंडी कानून लागू होगा नहीं तो पटना की सड़कों पर भी ट्रैक्टर चलेगा. कैमूर जिला के चांद प्रखंड मुख्यालय पर रामगढ़ के विधायक सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) के संयोजन में शनिवार को किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत शामिल हुए.
इस सभा में कैमूर एवं बक्सर जिले के हजारों किसानों ने भाग लिया. साथ ही बिहार समेत देश भर से आए भारतीय किसान यूनियन एवं अन्य किसान संगठनों के सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्त्ता शामिल हुए. UP Road Accident: यूपी के बिजनौर में भीषण सड़क हादसा, पिता-पुत्र समेत तीन की मौत, गम में डूबे लोग
सभा में टिकैत ने बिहार में व्यापक कृषि परिवर्तन करने का आह्वान किया और कहा कि बगैर मंडी कानून लाए बिहार में कृषि क्षेत्र का विकास और किसानों का भला नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि मण्डी कानून, किसानों के फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, किसानों के अनाज का अधिग्रहण अलग अलग संस्थानों के द्वारा एवं किसानों के जमीन अधिग्रहण होने पर बाजार मूल्य का सही निर्धारण करने के बाद किसानों को उनके जमीन का बजार मूल्य का चार गुना दाम दिया जाए.
टिकैत ने कहा कि किसानों की बात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अनदेखा किया तो हम उनके सत्ता की नींव हिला देंगे. नीतीश कुमार भूल गए हैं की बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य का असली मालिक किसान मजदूर है और उसके संगठन का असर आगामी चुनावों में भी दिखेगा.
भारतीय किसान यूनियन के सभी पदाधिकारी एवं नेता यह प्रण लेते हैं कि जब तक बिहार के किसानों को इंसाफ नहीं मिलेगा हम ये लड़ाई अनवरत जारी रखेंगे. रामगढ़ के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने पूरे बिहार के किसानों को संगठित होने के लिए आह्वान किया और कहा कि हम किसानों की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक जारी रखेंगे.
सिंह ने कहा कि वह बिहार में मंडी कानून को लागू करवाने के लिए आगामी बजट सत्र में मंडी कानून बिल फिर से लायेंगे जिसके माध्यम से बिहार में किसानों को बाजार की सुविधा उपलब्ध होगी और कृषि उत्पादों के बिक्री के लिए एक प्रकार का मार्केट हब बनाया जाए ताकि बिहार के किसानों का उत्पाद देश के कोने-कोने में पहुंच सके.
सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी परिस्थिति में किसानों के सवाल पर पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जैसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री को जल्द से जल्द हटाकर गरीब-गुरबों, किसान कामगारों, और समाजिक-आर्थिक पिछड़ों की असली सरकार लाकर बिहार में विकास को एक नई दिशा देने के लिए कटिबद्ध है और उन्हें यकीन है कि किसान कामगारों के समागम से यह प्रयास जल्द पूरा होगा.