देश के कई हिस्सों में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है. राजस्थान के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. लगातार हो रही बारिश से नदियां उफान पर हैं. पिछले 24 घंटे से दक्षिणी-पूर्वी इलाकों में जारी बारिश के कारण कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां और प्रतापगढ़ में बाढ़ के हालात हैं. झालावाड़ में हालात इतने बुरे हैं कि यहां मदद के लिए सेना बुलाई गई है. प्रतापगढ में बारिश ने 37 साल का रिकार्ड तोड़ दिया, यहां बीते चौबीस घंटे में 330 मिमी यानी 16 इंच बारिश दर्ज हुई. राजस्थान में कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद कई इलाकों में पानी भर गया है. कोटा बैराज से साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके लिए बैराज के 18 गेट खोल दिए गए. यहां भी बाढ़ के हालात बन गए हैं. जिला प्रशासन ने सभी से अलर्ट रहने के लिए कहा है.
वहीं चंबल नदी पर ब्रिज टूटने से राजस्थान और मध्यप्रदेश का झालावाड़ के रास्ते संपर्क कट गया है. मौसम विभाग ने रविवार को भी दक्षिणी पूर्वी इलाकें में भारी से अति भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है. वहीं प्रतापगढ़ जिले के सौ से अधिक गांव का संपर्क एक-दूसरे टूट गया है. प्रतापगढ़ में कुछ लोग जाखम नदी के टापू पर फंस गए. प्रशासन ने जिले के धरियावद इलाके में फंसे 9 लोगों को बचाने की कोशिश की. सैंकड़ों लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए पुलिया पर बहते पानी में फंसे हुए हैं.
यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में बारिश ने मचाया कोहराम, अब तक कुल 202 लोगों की मौत- सैकड़ों मवेशियों की भी गई जान.
राजस्थान में नदियां उफान पर-
Rajasthan: Parts of Pratapgarh district are facing a flood-like situation due to rise in water level of Jakham and Mahi rivers following incessant heavy rainfall in the region. (14.09.2019) pic.twitter.com/Lcuege4FVb
— ANI (@ANI) September 15, 2019
राजस्थान की कर्मममोचिनी, जाखम, माहि, वजपुरा आदि नदियां उफान पर है. यहां के कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट चुका है. वहीं राजस्थान के खरौली जिले में भी चंबल नदी के पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर है. नदी का पानी गोटा गांव में घुस गया. इलाके के लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं जिला प्रशासन को भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के आदेश मिले हैं.
राजस्थान में बाढ़ के हालात पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण हैं, कोटा के अधिकांश बांध ओवरफ्लो होने की कगार पर हैं. प्रदेश के कुछ जिलों में हो रही बारिश और मध्यप्रदेश में गांधी सागर बांध से राजस्थान की ओर पानी छोड़े जाने से कई जिले में बाढ़ की स्थिति बनने की आशंका है. सभी प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ की टीमें भेज दी गई हैं जो पानी में फंसे लोगों को सहायता उपलब्ध करा रही हैं. कई निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.