जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में कोरोना (Coronavirus) संक्रमण के बढ़ते मरीजों के बीच मंगलवार को सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) मामलें की निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने सवाल उठाया कि प्रतिबंधात्मक आदेशों के बावजूद दिल्ली (Delhi) के निजामुद्दीन (Nizamuddin) स्थित तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) में कार्यक्रम कैसे हुआ.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के जज या रिटायर्ड जज से तबलीगी जमात की घटना की जांच करवानी चाहिए. ताकि पूरी सच्चाई सबके सामने आ जाए और किसकी गलती थी पता चल सके फिर सजा दी जाए." उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को सांप्रदायिक नहीं बनाया जाना चाहिए, क्योंकि हर भारतीय कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुट है. कोरोना वायरस धर्म-जाति नहीं देखता, तबलीगी जमात में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण: CM जगन मोहन रेड्डी
An inquiry should be conducted by a retired or sitting judge of the Supreme Court over the Tablighi Jamaat event in Delhi. It is an issue of grave concern. We have to find the person responsible for it and punish him/her: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot #COVID19 pic.twitter.com/rolCri7NS8
— ANI (@ANI) April 7, 2020
केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 12 फरवरी को यह मुद्दा उठाया था. अगर तब सरकार भारत आने वाली उड़ानों पर रोक लगाती या एयरपोर्ट पर यात्रियों की ठीक से जांच करती तो घातक वायरस इतना ज्यादा नहीं फैलता.
उन्होंने कहा "हमारी सरकार ने राजस्थान में शुरू से ही कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए सावधानी बरती है. सभी राजनीतिक दलों, डॉक्टरों, सेना, एयरफोर्स, रेलवे, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और चिकित्सा विश्वविद्यालयों के साथ बैठकें की गई हैं. हमने कुछ हद तक मामलों पर नियंत्रण पाया है, हालांकि मामले अभी भी आ रहे हैं."
उल्लखनीय है कि राजस्थान में मंगलवार को कोरोनोवायरस के 24 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में इनकी कुल संख्या 325 तक चली गई. निजामुद्दीन मरकज में पिछले महीने हुए धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से कम से कम 9,000 लोगों ने हिस्सा लिया था. जिसमें से सैकड़ों कोरोना पॉजिटिव मिले है. जिसके बाद देशभर में तबलीगी जमात से जुड़े 25 हजार से अधिक लोगों को आईसोलेशन (Isolation) में रखा गया है. जबकि इससे संबंध रखने वाले 2,083 विदेशी सदस्यों में से 1,750 सदस्यों को ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है.