नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने राफेल सौदा मामले पर अपने फैसले में शुक्रवार को केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी साथ ही कहा कि देश के लिए लड़ाकू विमान जरूरी हैं और उसके बगैर काम नहीं चलेगा. कोर्ट से मोदी सरकार को क्लीन चिट मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी एक नया दांव चला है. पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्वीट करके पूछा कि सरकार ने सिर्फ 36 विमान क्यों खरीदे, अगर एनडीए सरकार को 9 से 20 फीसदी तक सस्ते दाम पर विमान मिल रहे तो 126 विमानों की खरीद क्यों नहीं की गई.
पी. चिदंबरम ने लिखा है कि , 'वायुसेना का कहना है कि इस लड़ाकू विमान की ताकत कम हो गई है और कम से कम 7 स्क्वाड्रन (126 विमान) की जरूरत है. फिर, सरकार ने केवल 2 स्क्वाड्रन (36 विमान) क्यों खरीदे. राफेल 126 विमान बेचने को तैयार है. मोदी सरकार के वित्त मंत्रालय के मुताबिक कीमत सस्ती है. फिर, केवल 36 विमान क्यों खरीदें? क्या कोई इस रहस्य को हल करेगा? यह भी पढ़े: पी. चिदंबरम ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा-सार्वजनिक हो राफेल डील की कीमत
FM maintains that in the Rafale deal negotiated by NDA the price of the aircraft was cheaper by 9% or 20%. If so, why did the government buy only 36 aircraft and not 126 aircraft?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) December 15, 2018
ऐसे में पूर्व वित्त मंत्री का आरोप है कि 126 विमानों की पेशकश के दौरान केवल 36 विमान खरीदकर, मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीरता से समझौता किया है. यह भी पढ़े: राफेल सौदा: राहुल गांधी का जवाबी हमला, कहा- JPC से मोदी सरकार का झूठ होगा बेनकाब
बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने राफेल सौद्दे को लेकर याचिका खारिज कर दी है. कोर्ट अपने आदेश में कहा कि डील पर संदेह नहीं किया जा सकता है. क्योकिं डील में किसी भी तरह की अनियमिता नहीं पाई गई है और ना ही किसी को फायदा पहुंचाने को लेकर डील की गई है. कोर्ट के इस फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा मोदी सरकार पर लगाए गए आरोप को लेकर आक्रामक हो गई. उसका कहना है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मामले में देश को गुमराह करने का काम किया है. इसलिए वह राफेल सौदे को लेकर देश की जनता से मांगी मांगे. लेकिन कांग्रस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी बात पर ही अड़े है कि मै यह साबित करके रहूंगा की चौकीदार चोर है और इस सौदे में उद्योगपति अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाया गया है.