पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस के उपचार के लिए अधिक पैसे लेने की शिकायतों सख्त कदम उठाया है. पंजाब की सरकार ने अब COVID-19 के उपचार की दरें तय कर दी हैं. जिसके मुताबिक अब बीमारी और ऑक्सीजन सहित, बिस्तरों की आवश्यकता के लिए मध्यम बीमारी के लिए, प्रवेश की दर प्रति दिन सभी निजी मेडिकल कॉलेजों के लिए 10,000 रुपये और एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पतालों के लिए 9,000 रुपये तय की गई है. इसके अलावा राज्य सरकार ने गैर-एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल मध्यम बीमारी के लिए प्रति दिन 8,000 रुपये तक का शुल्क ले सकते हैं. गंभीर बीमारी के लिए अस्पतालों की इन श्रेणियों में (वेंटिलेटर की आवश्यकता के बिना आईसीयू) के लिए 15,000 रुपये, 14,000 रुपये और 13,000 रुपये तय किए गए हैं.
इसके अलावा पंजाब सरकार ने बहुत गंभीर या गंभीर रोगियों के लिए, सभी निजी मेडिकल कॉलेजों, एनएबीएच-मान्यता प्राप्त अस्पतालों और गैर-एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पतालों की दरें इस प्रकार तय की हैं. क्रमशः 18,000 रुपये, 16,500 रुपये और 15,000 रुपये निर्धारित की हैं. बता दें कि अन्य राज्यों की भांति इस वक्त कोरोना वायरस से पंजाब की सरकार भी जूझ रही है. अगर बुधवार के आंकड़ो पर नजर डालें तो पंजाब में कोरोना वायरस संक्रमण से आठ और लोगों की मौत होने तथा 288 ताजा मामला सामने आए थे.
ANI का ट्वीट:-
Punjab govt has fixed rates for COVID-19 treatment. For moderate sickness requiring isolation beds, including supportive care & oxygen, rates per day of admission are fixed at Rs 10,000 for all private medical colleges & Rs 9,000 for NABH accredited hospitals: State govt
— ANI (@ANI) July 16, 2020
बता दें कि बुलेटिन में कहा गया था कि सफल इलाज के बाद प्रदेश में बुधवार को 204 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. इसमें कहा गया है कि इसके साथ ही राज्य में अबतक 5,867 मरीज इस संक्रमण से उबर चुके हैं. इसमें कहा गया है कि प्रदेश में 2,711 मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें से नौ की हालत गंभीर है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है जबकि 46 अन्य को आक्सीजन दिया जा रहा है. बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में कुल 4,21,593 नमूने जांच के लिये अब तक लिये जा चुके हैं. (भाषा इनपुट)