Punjab Congress Crisis: दिल्ली पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर फेंकी 'गुगली', हरीश रावत बोले- कल होने वाली है बड़ी घोषणा
नवजोत सिंह सिद्धू (Photo: PTI)

Punjab Congress Crisis: पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच गुरुवार को नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल (Conresss Leader KC Venugopal) से मुलाकात की. मीडिया से बातचीत में नवजोत  सिंह सिद्धू ने कहा कि, मैंने पार्टी आलाकमान (Priyanka Gandhi-Rahul Gandhi) को पंजाब और पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है. Punjab Congress Crisis: नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस हाईकमान ने किया तलब, कर सकते हैं इस्तीफा वापसी की घोषणा

मीटिंग खत्म होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, मुझे कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर पूरा भरोसा है. वे जो भी निर्णय लेंगे, वह कांग्रेस और पंजाब की बेहतरी के लिए होगा. मैं उनके निर्देशों का पालन करूंगा.

वहीं पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि, नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कुछ मुद्दों पर बात की है. दोनों नेताओं के बीच कुछ मद्दों पर वाद-विवाद था. दोनों ने बातचीत कर समाधान निकाला है. रावत ने कहा, कुछ चीजें हैं जिनमें समय लगता है.

हरीश रावत ने कहा कि, नवजोत सिद्धू ने साफ तौर पर कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला उन्हें मंजूर होगा. निर्देश स्पष्ट हैं कि नवजोत सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में काम करना चाहिए और संगठनात्मक संरचना की स्थापना करनी चाहिए. इसके साथ ही हरीश रावत ने कहा कि आज बैठक में जो भी फैसले लिए गए हैं उनकी घोषणा कल की जाएगी.

गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने बीती 28 सितंबर को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे. सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सरकार के कुछ फैसलों से नाराज होकर अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. हांलाकि उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया था. इस दौरान कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान को जल्द सुलझाने के निर्देश दिए थे.

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी के बावजूद कांग्रेस हाईकमान ने 18 जुलाई को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. विवाद नहीं थमता देख 18 सितंबर को अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने 20 सितंबर को पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.