चंडीगढ़: केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के चलते पंजाब में ट्रेन सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुयी है. पंजाब में रेल पटरियों को बाधित किये जाने से माल भाड़ा ढुलाई गतिविधियां रद्ध होने की वजह से रेलवे को लगातार नुकसान हुआ है और अभी तक आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाली दो हजार से अधिक माल गाड़ियों का अभी तक संचालन नहीं हुआ, इससे होने वाला नुकसान पहले ही 1200 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है.
इस बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप की मांग की है. एक सरकारी बयान के अनुसार सिंह ने राज्य में मालगाड़ियों की सुगम और सुरक्षित आवाजाही का अपना आश्वासन भी दोहराया. रेलवे ने शनिवार को पंजाब में मालगाड़ियों की आवाजाही बहाल करने से इनकार करते हुए कहा कि या तो वह मालगाड़ी और यात्री ट्रेनों, दोनों का परिचालन करेगा, अन्यथा नहीं करेगा. पंजाब में 24 सितंबर से ट्रेन सेवाएं निलंबित चल रही हैं, जब से किसान केंद्रीय कानूनों के खिलाफ ‘रेल रोको’ आंदोलन चला रहे हैं.
किसान संगठनों ने 21 अक्टूबर को मालगाड़ियों को अपने ‘रेल रोको’ आंदोलन से छूट देने की घोषणा की थी जिसके बाद कुछ समय के लिए मालगाड़ियों का परिचालन हुआ लेकिन रेलवे ने फिर से इन्हें निलंबित करते हुए कहा कि किसान अब भी पटरियों को अवरुद्ध कर रहे हैं.
Captain Amarinder said all tracks had been cleared by farmers for movement of freight trains. The situation on the ground was totally peaceful and conducive to safe transportation of goods, he apprised the Home Minister: Punjab Chief Minister's Office (CMO) https://t.co/VkGwSqZu9k
— ANI (@ANI) November 8, 2020
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को शाह से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि पंजाब और पड़ोसी राज्यों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मालगाड़ियों की सेवा की बहाली पर रोक के लिए कानून व्यवस्था संबंधी कोई वजह नहीं है. उन्होंने कहा कि ये सारे राज्य ट्रेनें निलंबित होने की वजह से बड़े नुकसान का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि मालगाड़ियों को तत्काल बहाल नहीं करने के रेलवे के फैसले की वजह से बर्फबारी से पहले अगर आवश्यक वस्तुएं लद्दाख तथा कश्मीर में सशस्त्र बलों तक नहीं पहुंचीं तो देश के लिए सुरक्षा संबंधी चिंताएं गंभीर हो सकती हैं.
सिंह ने इस संबंध में भ्रम फैलाये जाने का दावा करते हुए कहा कि किसानों ने मालगाड़ियों के परिचालन के लिए सारी पटरियां खाली कर दी हैं. उन्होंने गृह मंत्री से कहा कि जमीन पर हालात पूरी तरह शांतिपूर्ण हैं और माल की सुरक्षित ढुलाई के लिए अनुकूल हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंदोलनकारी किसानों ने पंजाब के किसी हिस्से में शांति बाधित नहीं की है. सिंह ने कहा कि ट्रेन सेवाएं जल्द बहाल हों, यह केंद्र और राज्य सरकारों की सामूहिक जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के कई मंत्री इस संबंध में किसान संगठनों से भी बातचीत कर रहे हैं. सिंह ने कहा कि रेल सेवाएं जल्द शुरू करना पंजाब के हित में है. उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ नेताओं समेत विपक्षी नेता मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है. पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा को लिखे अपने खुले पत्र में इस बारे में चिंता जाहिर की थी.