Pune Suicide: 2 साल से बेरोजगार बैठे MPSC एस्पिरेंट ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखी ये बात

महाराष्ट्र के पुणे में एक युवक ने इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) की प्रिलियम्स परीक्षा पास कर ली थी लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली. निराशा में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में एक युवक ने इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) की प्रिलियम्स परीक्षा पास कर ली थी लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली. निराशा में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुणे के हडपसर इलाके के रहने वाले स्वप्निल लोणकर की बुधवार को अपने घर में मौत हो गई. स्वप्निल ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमे उसने लिखा है कि एमपीएससी एक मायाजाल है, इसमें न पड़ो, मैं घबराया या परेशान नहीं हुआ. मेरे पास समय नहीं था. Delhi: दिल्ली में 61 साल के व्यक्ति ने पत्नी की हत्या करने के बाद आत्महत्या की.

स्वप्निल ने प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली थी क्योंकि महामारी के कारण यह प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी. परीक्षा पास करने के 2 साल बाद भी नौकरी न मिलने के चलते स्वप्निल ने आत्महत्या कर ली.

हडपसर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, मृतक 24 वर्षीय स्वप्निल लोणकर के पिता की शहर के शनिवार पेठ इलाके में प्रिंटिंग प्रेस है. उसके माता-पिता रोज वहां जाते हैं, दोनों हमेशा की तरह बुधवार को भी गए थे. स्वप्निल की बहन किसी काम से बाहर गई हुई थी, जब बहन दोपहर को घर पहुंची तो उसे स्वप्निल कहीं दिखाई नहीं दिया.

जब वह उसके कमरे में गई तो देखा कि स्वप्निल ने फांसी लगाई हुई है. स्वप्निल की बहन ने तुरंत इस घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दी. इसके बाद पुलिस को भी सूचित किया गया. स्वप्निल को अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

स्वप्निल ने लिखा सुसाइड नोट 

स्वप्निल ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा है "MPAC माया जाल है, इसके झांसे में न पड़ो, आने वाले दिनों में उम्र और बोझ बढ़ता जाता है. आत्मविश्वास ढलता है और आत्म संदेह बढ़ता है. उम्र के 24 वर्ष और पास होने को 2 वर्ष हो गए. परीक्षा के लिए लिया हुआ पहाड़ जैसा कर्ज प्राइवेट नौकरी कर कभी नहीं चुकाया जा सकता. अगर कोविड न होता तो सभी परीक्षाएं समय पर हो जातीं. जिंदगी कुछ और होती."

स्वप्निल ने लिखा, ' बहुत दिनों से नकारात्मक सोच मन मे थी, लेकिन उम्मीद थी कि कुछ अच्छा होगा. लेकिन अब इसकी संभावना नहीं लगती. मेरी आत्महत्या के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है, यह मेरा अपना निर्णय है. मुझे माफ कर दो.

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