कर्नाटक: पूरी दुनिया में कोरोनावायरस की दहशत फैली हुई हैं, चीन में इस वायरस के फैलने की वजह से 638 लोगों की जानें चली गईं हैं, इस महामारी ने दुनिया भर के 28 देशों और क्षेत्रों में 31,520 से अधिक लोगों को संक्रमित किया है. कोरोनावायरस के कुछ मामलों की पुष्टि भारत में भी हो चुकी है. चीन में पढ़ने गए भारतीय छात्र भारत लौट आए है और उनमें इस वायरस एक लक्षण पाए गए हैं, उन्हें निगरानी में रखा गया है. इस महामारी से लोग बहुत डरे हुए हैं, इसलिए इससे बचने के लिए तरह तरह के उपाय और अनुष्ठान कर रहे हैं.
कर्नाटक में कल रात कोरोनावायरस से बचने के लिए कल रात पूजा और भूत भैरवी यज्ञ दुर्गा परमेश्वरी मंदिर और शनेश्वरा मंदिर में किया गया. मंदिर परिसर में मां दुर्गा की मूर्ति को लेकर कुछ लोग जलते हुए कोयले पर चले. इस मंदिर में सदियों से ये परंपरा चली आर रही है, इस परंपरा को अग्नि केलि कहते हैं, जिसमें लोग अपनी जान की परवाह किए बिना आग से खेलते हैं.
देखें ट्वीट:
Karnataka: Puja and Bhoota Bhairavi Yagna were held at Durga Parameshwari Temple and Shaneshwara Temple in Tumakuru last night, seeking protection from #CoronaVirus. pic.twitter.com/96wuRCsNRb
— ANI (@ANI) February 8, 2020
अग्नि केली की इस परंपरा को लेकर लोगों का कहना है की यह परंपरा व्यक्ति के दुख को दूर करने में मदद करती है. इस परंपरा से किसी भी व्यक्ति को आर्थिक या शारीरिक रूप से कोई तकलीफ नहीं होती है.