लखनऊ/रांची/श्रीनगर: बीजेपी के दो निलंबित कार्यकर्ताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद शुक्रवार को जुम्मे की नामाज के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, तेलंगाना समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुआ. झारखंड और यूपी में यह प्रदर्शन हिंसक हो गया. झारखंड के रांची और यूपी के सहारनपुर और प्रयागराज सहित कुछ शहरों से पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं. UP: जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा पर सीएम योगी सख्त, दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दिया आदेश, पुलिस मुख्यालयों में पहुंचे वरिष्ठ अफसर.
राष्ट्रीय राजधानी में, जामा मस्जिद के बाहर शुक्रवार की नमाज के तुरंत बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए गिरफ्तार करने की मांग की. लोग तख्तियां लिए और नारेबाजी करते हुए मस्जिद की सीढ़ियों पर जमा हो गए. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. नारेबाजी कर रहे एवं हाथों में तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग की. शर्मा, बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता हैं, जबकि जिंदल पार्टी की दिल्ली इकाई के पूर्व प्रमुख हैं.
पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित तौर पर विवादास्पद टिप्पणी करने को लेकर झारखंड और यूपी में हुए पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और सुरक्षाबलों को कुछ स्थानों पर लाठी चार्ज करने, आंसू गैस के गोले छोड़ने तथा हवा में गोलियां चलानी पड़ी. झारखंड की राजधानी रांची के कुछ हिस्सों में निषेधाज्ञा लगा दी गई.
झारखंड की राजधानी रांची में एक अधिकारी ने बताया कि शहर के मुख्य मार्ग पर स्थित हनुमान मंदिर के निकट प्रदर्शन कर रही भीड़ को नियंत्रित करते समय कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिसके बाद रांची के कुछ हिस्सों में निषेधाज्ञा लगा दी गई. प्रदर्शनकारी नजदीक स्थित एक मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने के बाद सड़कों पर उमड़ आये तथा पथराव एवं नारेबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलियां चलाईं और लाठी चार्ज किया.
वहीं जम्मू में अधिकारियों ने कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया और कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में बंद जैसी स्थिति रही. दिल्ली में, जामा मस्जिद के बाहर और अन्य स्थानों पर ज्यादातर प्रदर्शन जुमे की नमाज के बाद हुए तथा पुलिस ने कई गिरफ्तारियां भी कीं. जामा मस्जिद के शाही इमाम ने प्रदर्शनकारियों से अपनी दूरी बनाते हुए कहा, ‘‘कोई नहीं जानता है कि प्रदर्शनकारी कौन थे’’ और उन्होंने इस तरह के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कई विद्यार्थियों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया और शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की.