Prophet Row: जुमे की नमाज के बाद यूपी के कई शहरों में उपद्रव, जमकर हुई पत्थरबाजी- पुलिस ने किया लाठीचार्ज
पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद आज उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई शहरों में प्रदर्शन के नाम पर खूब उपद्रव हुआ. प्रदर्शनकारी निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) और निष्कासित नेता नवीन जिंदल (Naveen Kumar Jindal) पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
लखनऊ: पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद आज उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई शहरों में प्रदर्शन के नाम पर खूब उपद्रव हुआ. प्रदर्शनकारी निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) और निष्कासित नेता नवीन जिंदल (Naveen Kumar Jindal) पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे. इस बीच प्रयागराज (Prayagaraj) और सहारनपुर (Saharanpur) में हिंसा भड़क उठी. जिसके चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. पत्थरबाजी में कई गाड़ियों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है. Delhi: नूपुर शर्मा के खिलाफ जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन, पुलिस ने लोगों को हटाया, अब स्थिति नियंत्रण में
प्रयागराज में विवादित टिप्पणी को लेकर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. इस दौरान प्रयागराज के अटाला इलाके में तोड़फोड़ और पत्थरबाजी भी हुई. जिसके चलते पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. उधर, जुमे की नमाज के बाद सहारनपुर की स्थिति भी तनावपूर्ण हो गई. जहां भी प्रदर्शनकारियों ने उत्पात मचाया. पैगंबर मुहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर भाजपा ने 2 नेताओं को किया निलंबित
यूपी के मुरादाबाद (Moradabad) में भी नमाज के बाद भारी भीड़ उमड़ी और निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा को उनकी भड़काऊ टिप्पणी के लिए गिरफ्तार करने की मांग की. हालांकि यहां पुलिस ने स्थिति को संभाला और प्रदर्शन उग्र नहीं हो सका. पैगंबर पर विवादित टिप्पणी: भाजपा से निलंबन के बाद नूपुर शर्मा ने मांगी माफी
गौरतलब है कि तीन जून को कानपुर में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार की नमाज के लिए सभी जिला पुलिस प्रमुखों को मस्जिदों के आसपास सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश जारी किए थे. सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को रोकने के लिए कानपुर और लखनऊ में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 भी लागू की गई थी.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि संवेदनशील इलाकों और पूजा स्थलों पर रणनीतिक रूप से पुलिस की तैनाती की. इसके अलावा पुलिस अधिकारी शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए मौलवियों और समूह के अन्य नेताओं के संपर्क में हैं.
राज्य के फिरोजाबाद, शामली, सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा, अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर और लखनऊ सहित संवेदनशील जिलों में पुलिसकर्मियों की विशेष तैनाती की गई. प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की 12 कंपनियां पहले से ही कानपुर में डेरा डाले हुए हैं. जबकि कुछ कंपनियों को संवेदनशील जिलों में तैनात किया गया.