Sunita Williams Stuck in Space: अंतरिक्ष में फंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 25 फरवरी को धरती पर लौटने वाली हैं. इस बीच गुजरात में उनके पैतृक गांव झूलासन में लोग रोजाना तेल के दीये जलाकर उनकी सकुशल वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं. ग्रामीणों ने गुरुवार को उनके 59वें जन्मदिन पर अंतरिक्ष थीम पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई और उम्मीद जताई कि वह एक और सफल मिशन के बाद वापस लौटेंगी. पश्चिमी भारतीय राज्य के झूलासन के लोगों को इस बात पर गर्व है कि विलियम्स उनके गांव से जुड़ी हैं. यहां उनके पिता और दादा-दादी का घर था. सुनीता भी इस गांव में तीन बार 1972, 2007 और 2013 में आ चुकी हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, करीब 7 हजार की आबादी वाले इस गांव में विलियम्स की और भी यादें हैं. यहां उनके दादा-दादी के नाम पर एक लाइब्रेरी आज भी मौजूद है. इसके अलावा उनके पिता दीपक पांड्या का पुश्तैनी घर आज भी मौजूद है, जो न्यूरोसाइंटिस्ट थे.
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सुनीता विलियम्स के लिए गुजरात के गांव में हो रही प्रार्थना
सुनीता विलियम्स के लिए गुजरात के गांव में हो रही प्रार्थना, इस गांव से सुनीता विलियम्स का है ख़ास रिश्ता.
रिपोर्ट: रॉक्सी गागडेकर छारा
शूट एडिटः पवन जायसवाल pic.twitter.com/Sk3lNVD1TQ
— BBC News Hindi (@BBCHindi) September 19, 2024
बीबीसी ने बताया कि विलियम्स के पिता पांड्या 1957 में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए अमेरिका गए थे, जहां उनकी मुलाकात उर्सुलाइन बोनी से हुई थी. उन्होंने उनसे शादी की और इस जोड़े ने 1965 में सुनीता को जन्म दिया. वे सात साल बाद पहली बार यहां आए थे. इस दौरान गांव के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और जुलूस के रूप में पूरे गांव में घुमाया. स्थानीय मंदिर में प्रार्थना कर रही महिलाओं ने कहा कि हमें सुनीता की उपलब्धियों पर गर्व है. नासा और सरकार को हमारी बेटी को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए.
गौरतलब है कि सुनीता विलियम्स 5 जून को 8 दिवसीय अंतरिक्ष मिशन पर गईं थीं. इस दौरान बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में कुछ खराबी के कारण वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंस गई थीं. अब उनके स्पेसएक्स के साथ वापस आने की संभावना है.