Jhunjhunu Fake Post Mortem: राजस्थान के झुंझुनू से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां भगवानी दास खेतान अस्पताल के डॉक्टर्स ने एक जिंदा व्यक्ति का पोस्टमार्टम कर दिया. राजस्थान पत्रिका रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार, 21 नवंबर को मानसिक रूप से बीमार 47 वर्षीय रोहिताश को इलाज के लिए बीडीके अस्पताल लाया गया था. यहां डॉक्टरों ने दोपहर बाद उसे मृत घोषित कर दिया और उसे अस्पताल के मर्चरी फ्रीजर में रखवा दिया. दो घंटे बाद, उसका पोस्टमार्टम किया गया और पंछनामा भी तैयार किया गया.
इसके बाद, रोहिताश को एक संस्था के सदस्य मृत शरीर के रूप में उसके अंतिम संस्कार के लिए श्मशान ले गए. जब उसे श्मशान में चिता पर रखा गया, तो अचानक उसकी सांसें चलने लगीं और शरीर में हरकत होने लगी.
राजस्थान के झुंझुनूं में जिंदा आदमी का कर दिया पोस्टमार्टम
राजस्थान में जिंदा आदमी का कर डाला पोस्टमार्टम,शव को डीप फ्रीजर में रखा गया था लेकिन चिता पर आग देते समय शरीर में हरकत देख सनसनी मच गई
जब पैसे से डिग्री ली जाएगी तो ऐसे ही होगा
मामला राजस्थान के झुंझुनूं का pic.twitter.com/s92a6tvvtD
— Priya singh (@priyarajputlive) November 22, 2024
लापरवाही के लिए तीन डॉक्टरों को किया गया सस्पेंड
यह देख सभी लोग हैरान रह गए और उसे तुरंत अस्पताल वापस लाया गया. अब अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है और उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है. खबर है कि इस लापरवाही के लिए तीन डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया है.
सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रहा प्रशासन
इस घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया और डॉक्टरों के साथ देर रात तक बैठकें चलती रहीं. मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों से भी चर्चा की गई है. जिला कलेक्टर रामवतर मीणा ने जांच के लिए एक समिति गठित की है. इस समिति में तहसीलदार महेन्द्र मुण्ड, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक पवन पूनिया और अन्य अधिकारी शामिल हैं.