
उत्तर प्रदेश में 2025 में होने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार से मांग की है कि महाकुंभ के अवसर पर प्रदेश में वाहनों को टोल मुक्त किया जाए. उन्होंने तर्क दिया कि इससे यात्रियों को सुगम यात्रा का लाभ मिलेगा और ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम होगी.
अखिलेश यादव का तर्क
अखिलेश यादव ने कहा कि जब फ़िल्मों को मनोरंजन कर मुक्त किया जा सकता है तो फिर महाकुंभ जैसे विशाल धार्मिक महापर्व के दौरान वाहनों को टोल टैक्स से छूट क्यों नहीं दी जा सकती? उन्होंने इसे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक बताते हुए कहा कि इससे उनकी यात्रा में बाधा कम होगी और वे बिना किसी अतिरिक्त वित्तीय बोझ के यात्रा कर सकेंगे.
महाकुंभ 2025 और यातायात व्यवस्था
महाकुंभ 2025 में करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. सरकार की ओर से यातायात और आधारभूत ढांचे को सुगम बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन टोल टैक्स से छूट मिलने पर यात्रियों को और अधिक सहूलियत मिल सकती है. इससे सड़क मार्गों पर जाम की समस्या से भी काफी हद तक निजात मिलेगी.
महाकुंभ के अवसर पर उप्र में वाहनों को टोल मुक्त किया जाना चाहिए, इससे यात्रा की बाधा भी कम होगी और जाम का संकट भी। जब फ़िल्मों को मनोरंजन कर मुक्त किया जा सकता है तो महाकुंभ के महापर्व पर गाड़ियों को कर मुक्त क्यों नहीं? pic.twitter.com/1ceISd8WNK
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 9, 2025
सरकार की प्रतिक्रिया
अब तक योगी सरकार की ओर से इस मांग पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि, इससे पहले भी विभिन्न धार्मिक आयोजनों के दौरान टोल टैक्स में छूट देने की मांग उठती रही है. यदि सरकार इस पर सकारात्मक निर्णय लेती है, तो यह लाखों श्रद्धालुओं के लिए राहत भरा कदम साबित हो सकता है.
क्या होगा असर?
यदि सरकार अखिलेश यादव की मांग पर अमल करती है, तो इससे न केवल श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी, बल्कि उत्तर प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इससे राज्य की छवि एक श्रद्धालु-हितैषी सरकार के रूप में उभर सकती है, जिससे भविष्य में अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान भी इसी प्रकार की सुविधाएं देने की परंपरा बन सकती है.