EPFO 3.0: कब लॉन्च होगा ईपीएफओ का नया सिस्टम, ATM और UPI से कैसे निकलेगा PF का पैसा? यहां जानें लेटेस्ट अपडेट
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े करोड़ों खाताधारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. केंद्र सरकार जल्द ही EPFO 3.0 पोर्टल लॉन्च करने जा रही है, जिसमें PF से जुड़ी सुविधाएं और लेनदेन पहले से कहीं ज्यादा आसान और डिजिटल हो जाएंगे.
EPFO 3.0: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े करोड़ों खाताधारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. केंद्र सरकार जल्द ही EPFO 3.0 पोर्टल लॉन्च करने जा रही है, जिसमें PF से जुड़ी सुविधाएं और लेनदेन पहले से कहीं ज्यादा आसान और डिजिटल हो जाएंगे. खास बात यह है कि इस नए सिस्टम में लोग ATM और UPI के जरिए भी अपना PF पैसा निकाल सकेंगे. EPFO 3.0 के तहत अब सदस्य ATM कार्ड की तरह PF कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे. इससे आप सीधे ATM से PF का पैसा निकाल सकेंगे.
इसके लिए आपको अपना UAN लिंक करना होगा, फिर OTP से वेरीफाई करना होगा और पैसा निकाल सकेंगे. वहीं, UPI के जरिए भी ₹1 लाख तक का पैसा निकाला जा सकेगा.
ये भी पढें: EPFO 3.0: पीएफ से जुड़े 5 नियमों में होगा बदलाव, कर्मचारियों को मिलेंगी ये नई सुविधाएं
क्या है EPFO 3.0?
EPFO 3.0 को PAN 2.0 की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है, जिसका मकसद प्रोविडेंट फंड से जुड़े लेनदेन को पूरी तरह डिजिटल और यूज़र फ्रेंडली बनाना है. केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने हाल ही में जानकारी दी कि EPFO 3.0 जून 2025 तक शुरू हो जाएगा. यह नया सिस्टम देश के 9 करोड़ से अधिक EPF अकाउंट होल्डर्स को तेज और पारदर्शी सेवाएं देने में मदद करेगा.
पर्सनल डिटेल्स भी बदल सकेंगे
EPFO 3.0 में एक और बड़ा फायदा यह है कि आप अपने PF खाते में जुड़ी डिटेल्स जैसे नाम, जन्म तिथि, लिंग, मोबाइल नंबर, माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति और नौकरी शुरू करने की तारीख को ऑनलाइन ही अपडेट कर सकेंगे. इसके लिए कोई फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होगी. बस OTP से वेरीफिकेशन होगा और काम पूरा हो जाएगा.
क्लेम और शिकायत निपटारे में तेजी
इस नए प्लेटफॉर्म से PF क्लेम प्रोसेस, शिकायत निपटारा, नामिनी अपडेट और एड्रेस करेक्शन जैसी चीजें अब मोबाइल से ही की जा सकेंगी. यानी आपको ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने होंगे, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी.
डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और कदम
EPFO 3.0 को डिजिटल इंडिया मिशन के तहत एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. इससे न केवल ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी, बल्कि लाखों कर्मचारियों को बिना किसी झंझट के उनके पैसों तक सीधी पहुंच मिलेगी.