मुंबई: माओवादियों के 'शुभचिंतकों' के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई पर देशभर में मचे बवाल के बीच महाराष्ट्र पुलिस ने अपनी कार्रवाई को जायज ठहराया है. महाराष्ट्र के एडीजी (कानून और व्यवस्था) परमवीर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई सबूतों के आधार पर की गई है. यही नहीं छापे के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं. साथ ही एडीजी (ADG) कहा कि रेड के दौरान बहुत सा साहित्य सीज किया गया है. उन्होंने कहा कि सबूतों के मुताबिक सीपीआई माओवादी की साजिश थी कि कानून व्यवस्था को बिगाड़ा जाए और उसके बाद सरकार को पलटा जाए. इस मामले को लेकर जमकर राजनीति हो रही है.
गौरतलब है कि गिरफ्तारियों के बाद सरकार पर लगातार हो रहे चौतरफा हमलों का जवाब देते हुए महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकर ने स्पष्ट किया है कि इन सबको नक्सल आंदोलन से संबंध रखने के कारण गिरफ्तार किया गया है. यदि उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं होता, तो यह कार्रवाई नहीं की गई होती. यह भी पढ़े-भीमा कोरेगांव हिंसा को लेकर देशभर में छापा, वामपंथी विचारकों के ठिकानों पर कार्रवाई जारी
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— ANI (@ANI) August 31, 2018
महाराष्ट्र के एडीजी परमवीर सिंह ने आगे बताया कि छापेमारी की वीडियोग्राफी की गई है. सीज के बाद कॉपी आरोपियों को भी दी गई. पंचनामा सही तरीके से किया गया. उन्होंने कहा कि सबूतों को फरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है. यह भी पढ़े-पुणे पुलिस का बड़ा खुलासा- राजीव गांधी की तर्ज पर रची जा रही थी पीएम मोदी की हत्या की साजिश
When we were confident that clear links have been established then only we moved to take action against these people, in different cities. Evidence clearly establishes their roles with Maoists: Param Bir Singh, ADG, Maharashtra Police #BhimaKoregaon pic.twitter.com/eZnI0xyEV1
— ANI (@ANI) August 31, 2018
वही दूसरी तरफ पुलिस ने कहा कि मामले की जांच 8 जनवरी से शुरू की गई थी. इसके बाद 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई.
Case was registered on 8 Jan about an incident of 31 Dec 2017 where hate speeches were delivered.Sections were imposed for spreading hatred. Investigation was conducted.Almost all the accused were associated with Kabir Kala Manch: PB Singh, ADG, Maharashtra Police #BhimaKoregaon pic.twitter.com/G27Lg2HLTm
— ANI (@ANI) August 31, 2018
बता दें कि पांच माओवादी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी मामले में केंद्रीय मानवाधिकार आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजा है. यह भी पढ़े-भीमा कोरेगांव हिंसा को लेकर देशभर में छापा, वामपंथी विचारकों के ठिकानों पर कार्रवाई जारी
मानवाधिकार आयोग के नोटिस में कहा गया है कि अखबारों में छपी खबरों से पता चला है कि मंगलवार को गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से पहले उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है. इससे गिरफ्तार लोगों के मानवाधिकारों का हनन हुआ है.