चंडीगढ़: पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनोर (V.P. Singh Badnore) ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों सहित अपने कर्मचारियों की शिकायतों के प्रति ‘गंभीर रूप से चिंतित’ है और उनके मुद्दों का जल्द ही ‘प्रभावी तरीके’ से समाधान किया जाएगा. राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही शिरोमणि अकाली दल और लोक इंसाफ पार्टी के सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर सदन से बहिर्गमन किया. शिअद सदस्य किसानों की आत्महत्या और चुनावी वादा पूरा नहीं करने के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ बोले.
वहीं लोक इंसाफ पार्टी (Lok Insaaf Party) के सदस्यों ने राज्यपाल द्वारा भाषण अंग्रेजी में पढ़ने पर आपत्ति जतायी और मांग की कि वह पंजाबी में बोलें. बजट सत्र के पहले दिन राज्य विधानसभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने 2015 में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी मामलों की जांच तार्किक अंत तक ले जाने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता जतायी.
उन्होंने कहा कि इसमें शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार वित्तीय दिक्कतों के बावजूद अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए सभी संभव कदम उठाएगी. राज्यपाल ने लोगों के कल्याण के लिए अमरिंदर सिंह नीत पंजाब सरकार के कार्यक्रमों और नीतियों पर विस्तार से बात की.
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने पंजाब (Punjab)के लोगों से वादा किया है कि राज्य के किसान और नौजवानों को उस परेशानी से धीरे-धीरे बाहर निकाला जाएगा जिसका सामना वे पिछले कई वर्षों से कर रहे हैं. पंजाब विधानसभा को संबोधित करते हुए बदनोर ने कहा कि उनकी सरकार शिक्षकों की समस्याओं को लेकर चिंतित है.