बांदा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा जिला मुख्यालय के सामने शनिवार की मध्य रात्रि भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा (Bharatiya Janata Party Yuva Morcha) के दो गुट आपस में सरेआम सड़क पर भिड़ गए. पुलिस ने बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता कराकर मामला शांत किया. दरअसल, हुआ यह कि शनिवार की मध्य रात्रि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के युवा मोर्चा के अध्यक्ष अतुल मोहन द्विवेदी (Atul Mohan Dwivedi) व पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्कर द्विवेदी (Pushkar Dwivedi) के दो दर्जन समर्थक नगर कोतवाली के सामने आपस में ही भिड़ गए और एक-दूसरे से हाथापाई व अभद्रता करने लगे.
इस बीच वहां मौजूद पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे. भाजयुमो कार्यकर्ताओं का आपसी उग्र प्रदर्शन करीब पौने घंटे तक चलता रहा. बाद में पुलिस के अधिकारी ने सरकार की छवि खराब होने की दुहाई देकर दोनों पक्षों में समझौता करवा कर मामले का पटाक्षेप किया. अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लाल भरत कुमार पाल (Lal Bharat Kumar Pal) ने रविवार को बताया कि बीजेपी के युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं के आपस में भिड़ने की सूचना मिली थी, जिसे देर रात आपसी समझौता करवा कर शांत करा दिया गया है.
उन्होंने बताया कि नगर इकाई के गठन में अपने समर्थकों का चयन न होने से कार्यकर्ता एक-दूसरे पक्ष से नाराज थे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसी गुट ने पुलिस में कोई तहरीर नहीं दी, इसलिए कानूनी कार्रवाई का कोई औचित्य नहीं है.
उधर, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष अतुल मोहन द्विवेदी ने आरोप लगाया कि पूर्व जिलाध्यक्ष के इशारे पर यह हरकत की गई है. इसकी शिकायत पार्टी हाई कमान से की जाएगी. जबकि पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्कर द्विवेदी ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि नगर इकाई के गठन में जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से असंतोष पनपा है.