लखनऊ: उत्तर प्रदेश प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) के मद्देनजर तमाम पार्टियां अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही हैं. हालांकि राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) अपने-अपने नाराज नेताओं के बगावत से मुश्किल में पड़ती दिख रही है. UP Election 2022: असदुद्दीन ओवैसी ने सभी को चौकाया, ब्राह्मण को बनाया गाजियाबाद से उम्मीदवार, जानें कौन है सपा को अलविदा कहने वाले पंडित मनमोहन झा
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोग से उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष चुने गए नितिन अग्रवाल समेत सपा के दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. हरदोई सदर सीट से सपा विधायक नितिन अग्रवाल और शाहजहांपुर की जलालाबाद सीट से सपा के ही विधायक शरद वीर सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है.
नितिन ने विधानसभा के उपाध्यक्ष पद से भी बुधवार को इस्तीफा दे दिया. इस सिलसिले में उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र भेज दिया है. उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजे इस्तीफे में कहा है कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहे हैं.
नितिन 2017 के विधानसभा चुनाव में हरदोई सदर सीट से सपा के विधायक चुने गए थे. उनके पिता पूर्व मंत्री नरेश अग्रवाल 2018 में भाजपा में शामिल हो गए थे. उसके बाद से ही नितिन भी बागी हो गए थे. नितिन को पिछले साल अक्टूबर में प्रदेश की भाजपा सरकार की मदद से विधानसभा का उपाध्यक्ष चुना गया था. उस वक्त उन्होंने सपा से त्यागपत्र नहीं दिया था.
भाजपा की जन विश्वास रैली के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मंच साझा कर चुके नितिन अग्रवाल के प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर हरदोई सदर सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है. इस बीच, शरद वीर सिंह ने इस बार अपना टिकट कटने से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
सोशल मीडिया पर वायरल अपने त्यागपत्र में सिंह ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव की अगुवाई वाली सपा पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नीतियों से भटक गई है. सपा विधायक शरद वीर सिंह ने बताया कि उनका टिकट काटकर नीरज मौर्य को दे दिया गया है, इसलिए उन्होंने सपा से इस्तीफा दे दिया है.
उधर, मथुरा जनपद की मांट विधानसभा सीट से 2017 में बीजेपी के उम्मीदवार रह चुके एसके शर्मा को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मथुरा विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. गौरतलब है कि भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर उत्तर प्रदेश राज्य रसायन एवं खाद निगम अध्यक्ष पद तथा भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देकर शर्मा बुधवार को बसपा में शामिल हुए. बसपा ने आज ही पार्टी में शर्मा का स्वागत करते हुए उन्हें मथुरा विधानसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है.
Bahujan Samaj Party releases names of remaining candidates from first list. pic.twitter.com/ZLJdnxkIW1
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 19, 2022
बसपा में शामिल होने के बाद शर्मा ने सीट से वर्तमान विधायक, भाजपा उम्मीदवार एवं प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा को हराने का ऐलान किया है. शर्मा ने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि बीते 5 साल में भाजपा प्रत्याशी के व्यवहार एवं काम से जनता उनको ठीक तरह से पहचान चुकी है. जबकि कांग्रेस और सपा-रालोद गठबंधन का मथुरा में कोई वजूद नहीं है. ऐसे में भाजपा के खिलाफ उनका जीतना तय है.