Tripura: विधानसभा चुनाव से पहले TIPRA ने BJP के साथ गठबंधन से किया इंकार

त्रिपुरा (Tripura) विधानसभा चुनाव से पहले त्रिपुरा की प्रसिद्ध आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता और त्रिपुरा पीपुल्स फ्रंट (TPF) की प्रमुख पाताल कन्या जमातिया रविवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ अगरतला में एक कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं. इसके बाद तिप्राहा स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन (TIPRA Motha) ने बीजेपी के साथ गठबंधन की संभावनाओं को खारिज कर दिया. TIPRA त्रिपुरा के जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (TTAADC) की सत्तारूढ़ पार्टी है.

TIPRA के अध्यक्ष प्रद्योत किशोर देबबर्मन ने टीटीएएडीसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य पूर्ण चंद्र जमातिया द्वारा साझा किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, "आज की रैली में भाजपा के नेता कहते रहे कि TIPRA एक छोटी पार्टी है. बेशक, बीजेपी एक बड़ी पार्टी है, जिसकी तुलना में बड़ा जनाधार है. अगर यह बीजेपी की आधिकारिक स्थिति है, तो मुझे लगता है कि उन्हें त्रिपुरा में सभी साठ विधानसभा सीटों पर लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए. "

उन्होंने कहा, "ऐसे बयानों के बाद, मुझे नहीं लगता कि भविष्य में गठबंधन की कोई संभावना है.हम 30 से 35 सीटों पर खुद लड़ेंगे और देखते हैं कि अंत में क्या होता है." बता दें की त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होना है.

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी पर तंज कसते हुए देबबर्मन ने कहा, "उच्च और शक्तिशाली के पतन का कारण अहंकार है. हम एक छोटे क्षेत्रीय खिलाड़ी हो सकते हैं लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि हम भ्रष्ट नहीं हैं और हम हमारी मांगों के साथ समझौता नहीं करने वाले हैं."

स्वदेशी अधिकार आंदोलन को आवाज देने के लिए वर्ष 2014 में त्रिपुरा पीपुल्स फ्रंट का गठन किया गया था. टीपीएफ ने कुछ साल पहले अपनी राजनीतिक गतिविधियों की शुरुआत की और पिछले त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्रों स्वायत्त जिला परिषद चुनावों में तिप्राहा स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन (TIPRA) के साथ गठबंधन में उम्मीदवारों को मैदान में उतारा. लेकिन TIPRA और TPF के बीच मतभेद बढ़ने पर गठबंधन टूट गया और सभी उम्मीदवारों को वापस ले लिया गया.