बिहार (Bihar) विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर फिर से प्रहार किया है. तेजस्वी यादव ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, 'बिहार के कथावाचक CM को हार्दिक बधाई. उनके अथक पलटीमार प्रयासों से देशभर में बिहार को दंगों (Riots) में प्रथम स्थान मिला है. Murders में द्वितीय, Violent Crime में द्वितीय और दलितों के विरुद्ध अपराध में भी बिहार अग्रणी रूप से द्वितीय स्थान पर है. 15 वर्ष से गृह विभाग उन्हीं के जिम्मे है.' अपने इस ट्वीट के साथ तेजस्वी यादव ने नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) रिपोर्ट की कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं.
तेजस्वी यादव ने अपने एक और ट्वीट में लिखा, 'नीतीश कुमार और सुशील मोदी की महापाखण्डी, महाझूठी, महाभ्रष्ट जोड़ी ने विज्ञापनों के जरिए खुद का महिमामंडन करा-करा कर बिहार को अपराध, हत्या, बलात्कार, हिंसा और दंगों के अंधेरे कुएं में धकेल दिया है. जंगलराज अलपाने वाले बेशर्म लोग अब गूंगे-बहरे व अंधे हो गए हैं.' यह भी पढ़ें- बिहार: डॉ. लोहिया के नाम पर महागठबंधन ने दिखाई एकता, तेजस्वी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा- अब पलटने से भी आपको यहां जगह नहीं मिलने वाली.
तेजस्वी यादव का ट्वीट-
बिहार के कथावाचक CM को हार्दिक बधाई।
उनके अथक पलटीमार प्रयासों से देशभर में बिहार को दंगों में प्रथम स्थान मिला है। Murders में द्वितीय, Violent Crime में द्वितीय और दलितों के विरुद्द अपराध में भी बिहार अग्रणी रूप से द्वितीय स्थान पर है।15 वर्ष से गृहविभाग उन्हीं के ज़िम्मे है। pic.twitter.com/vLD7bLOMoN
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 23, 2019
तेजस्वी ने नीतीश-सुशील मोदी पर साधा निशाना
नीतीश कुमार और सुशील मोदी की महापाखण्डी,महाझूठी,महाभ्रष्ट जोड़ी ने विज्ञापनों के ज़रिए ख़ुद का महिमामंडन करा-करा कर बिहार को अपराध,हत्या,बलात्कार, हिंसा और दंगों के अंधेरे कुएँ में धकेल दिया है। जंगलराज अलपाने वाले बेशर्म लोग अब गूँगे-बहरे व अंधे हो गए है।https://t.co/fLC4kI4nfH
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 23, 2019
दरअसल, एनसीआरबी रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, साल 2017 में दंगों के मामले में बिहार सबसे आगे रहा. बिहार से दंगों के कुल 11,698 मामले सामने आए, जबकि दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश और तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र रहा. बता दें कि साल 2017 में देश भर में कुल 58,880 दंगों के मामले रिपोर्ट हुए.