सुप्रीम कोर्ट ने नेताओं के विवादित बयान पर चुनाव आयोग को फटकारा, 24 घंटे के अंदर मांगा जवाब
सुप्रीम कोर्ट (Photo Credits: PTI/File Image)

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के इस समर में राजनीतिक पार्टियों के नेता एक दूसरे के खिलाफ जो दिल में आ रहा है विवादित और आपत्तिजन बयान दे रहे है. इन्हीं विवादित बयानों को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)  एक मामले की सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग (Election Commission) को फटकार लगाया है. कोर्ट ऐसे मामलों को लेकर चुनाव आयोग को नोटिस जारी करते हुए मंगलवार सुबह 10:30 बजे तक जवाब मांगा है. इस दौरान चुनाव आयोग से जुड़े अधिकारियों को भी कोर्ट में हाजिर रहने को कहा है.

कोर्ट ने चुनाव आयोग के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 'आप ऐसे मामलों को नजरअंदाज नहीं कर सकते. आपने ऐसे बयानों पर कुछ नहीं किया. आपको इन बयानों पर जरूर कार्रवाई करनी चाहिए.' लेकिन आपने कुछ नहीं किया. ऐसे में अदालत जानना चाहती है कि चुनावी अभियान के दौरान चुनाव आयोग भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई कर सकती है.' यह भी पढ़े: आजम खान के विवादित बयान पर बोलीं सुषमा स्वराज, रामपुर में हो रहा द्रौपदी का चीर हरण, भीष्म की तरह मौन न साधें मुलायम

सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनाव आयोग से जवाब मांगे जाने के बाद चुनाव आयोग मंगलवार को अपना जवाब कोर्ट के समक्ष पेश करेगा. लेकिन ऐसे भड़काऊ बयान को लेकर चुनाव आयोग ने कोर्ट को जो बताया गया है. उसके अनुसार भड़काऊ बयान देने वालों के खिलाफ अब तक चुनाव आयोग ऐसे मामलों में वह केवल नोटिस और एडवाइजरी जारी कर रहा है. आयोग ना तो किसी को अयोग्य करार दे सकता है और ना ही किसी पार्टी को डि रजिस्ट्रार कर सकता है? अदालत ने चुनाव आयोग के इस जवाब को लेकर ही मंगलवार तक इस मामले  पर जवाब मांगा है. यह भी पढ़े: भड़काऊ भाषण: यूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने भेजा नोटिस, पूछा सीएम योगी पर मुकदमा क्‍यों न चले?

बता दें कि लोकसभा के इस चुनाव में छोटे बड़े सभी नेता एक दूसरे के खिलाफ जीत को लेकर भड़काऊ बयान दे रहे है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के रामपुर से है. सपा उम्मीदवार आजम खान ने बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा को लेकर एक आपत्तिजन बयान दिया है. वहीं, इसके पहले उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ और दूसरे कई नेता भड़काऊ और विवादित बयान दे चुके है.