Varanasi: 'कुछ लोगों को वंदन शब्द से दिक्कत है', नारी अभिनंदन कार्यक्रम में पीएम मोदी विपक्ष पर साधा निशाना
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वाराणसी, 23 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें ऐसा समाज तैयार करना है, जिसमें किसी नारी को आगे बढ़ने के लिए किसी की भी जरूरत न पड़े, इसीलिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाया गया है. कुछ लोगों को वंदन शब्द से दिक्कत है. पीएम मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र काशी में नारी शक्ति वंदन-अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि संसद में नारी शक्ति वंदन जैसा ऐतिहासिक कानून पास होने के बाद मैं सबसे पहले काशी में आप सबका आशीर्वाद लेने आया हूं. ये मेरा सौभाग्य है कि इतनी बड़ी संख्या में आप हमें आशीर्वाद दे रहे हैं. कुछ ही समय में दुर्गा पूजा का उत्सव शुरू होने वाला है. नारी शक्ति वंदन अधिनियिम ने इस बार दुर्गा पूजा के उत्साह को और भी कई गुना बढ़ा दिया है. लेकिन, कुछ लोगों को वंदन शब्द से परेशानी है. Varanasi International Cricket Stadium: पीएम मोदी ने काशी में रखी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला, कहा - 'जो खेलेगा, वही खिलेगा'

उन्होंने पूछा कि माताओं-बहनों का वंदन नहीं होगा तो किसका होगा. नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि तीन दशकों से बिल अटका हुआ था, विरोध करने वाले भी समर्थन में आ गए. काशी और पूरे देश की महिलाओं को बधाई देता हूं. महिला सांसदों की संख्या बढ़ेगी. इस बिल में सबने नारी का सामर्थ्य देखा. महिलाएं देश की शक्ति हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारा देश शुरू से पुरुष प्रधान रहा है. लेकिन, जब से हमारी सरकार बनी है. खेल के मैदान से लेकर राफेल उड़ाने तक महिलाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है. हमने मुद्रा योजना शुरू की. इसका सबसे ज्यादा फायदा महिलाओं को मिला. जितने भी छोटे-बड़े उद्योग जो बंद होने थे, उन्हें फिर से गति मिली है. महिलाएं आज देश की तरक्की में भगीदारी निभा रही हैं. वे अपने हुनर से अपने इलाके में पहचान बना रही हैं.

उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल ने नवरात्र का उत्साह बढ़ा दिया है. इस बिल से महिलाओं के सपने पूरे होंगे और उनका विकास तेज होगा. अब देश बदल रहा है. प्रॉपर्टी में महिलाओं का नाम को तरजीह दी जा रही है. महिलाओं को मुद्रा योजनाओं का फायदा मिला है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी में टूरिस्ट गाइड जैसी फील्ड में महिलाओं को आगे आना चाहिए. इससे बनारस की बहनों का रोजगार मिलेगा और महिला टूरिस्ट को भी अच्छा लगेगा. मैं चाहता हूं कि महिला टूरिस्ट गाइड अपने काशी की जानकारी पर्यटकों को बताएं.