मुंबई: 26 जनवरी 2020 को राजधानी दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बाद अब महाराष्ट्र की झांकी (Maharashtra Tableau) भी नजर नहीं आएगी. दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल की झांकी (West Bengal Tableau) को अस्वीकार करने के बाद अब महाराष्ट्र की झांकी को भी खारिज कर दिया गया है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने यह दावा किया है कि गणतंत्र दिवस (Republic Day) परेड में महाराष्ट्र की झांकी को गृह मंत्रालय ने अस्वीकार कर दिया है. महाराष्ट्र की झांकी को खारिज किए जाने के बाद शिवसेना ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. इस मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) का कहना है कि महाराष्ट्र की झांकी हमेशा से देश का आकर्षण रही है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के कार्यकाल में ऐसा हुआ होता तो महाराष्ट्र बीजेपी केंद्र पर हमलावर हो जाती.
संजय राउत ने कहा कि इस बार गणतंत्र दिवस परेड के लिए महाराष्ट्र की झांकी को जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स द्वारा तैयार किया गया है, लेकिन इस राज्य की झांकी को शामिल नहीं किया गया है. उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा क्या हुआ है कि इस बार महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की झांकी को अस्वीकार कर दिया गया है. क्या इन दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है, इसलिए इसे खारिज किया गया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की झांकी को स्वीकार न करना महाराष्ट्र का अपमान है. यह भी पढ़ें: गणतंत्र दिवस परेड में बंगाल की झांकी को अनुमति न देने पर बोली टीएमसी- दिल्ली को लगता है बंगाल से डर, NRC और CAA को हम राज्य में नहीं होने देंगे लागू
बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के राजपथ पर परेड में कुल 22 झांकियां दिखाई देंगी, जिनमें 16 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों की तरफ से होंगी, जबकि 6 झांकियां केंद्रीय मंत्रालयों की ओर से परेड में नजर आएंगी. रक्षा मंत्रालय के पास कुल 56 झांकियों के प्रस्ताव आए थे, जिनमें से 22 झांकियों को ही स्वीकृति दी गई है. यह भी पढ़ें: 2020 गणतंत्र दिवस परेड से नदारद रहेगी पश्चिम बंगाल की झांकी, गृह मंत्रालय ने प्रस्ताव को नहीं किया स्वीकार
गौरतलब है कि राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और मंत्रालयों की तरफ से गणतंत्र दिवस परेड की झांकी के लिए आए 56 प्रस्तावों में पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र का प्रस्ताव भी शामिल था. केंद्र सरकार ने पहले पश्चिम बंगाल के झांकी प्रस्ताव को ठुकरा दिया और फिर महाराष्ट्र की झांकी को खारिज कर दिया. इन दो राज्यों के अलावा दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड जैसे कई राज्यों की झांकी का चयन भी नहीं किया गया है.