नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली (New Delhi) में 26 जनवरी 2020 को आयोजित होनेवाले गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में पश्चिम बंगाल की झांकी (West Bengal Tableau) नजर नहीं आएगी. दरअसल, गणतंत्र दिवस समारोह में नई दिल्ली के राजपथ पर परेड में हिस्सा लेने के लिए 16 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों और 6 मंत्रालयों व विभागों के प्रस्तावों को स्वीकार किया गया है, जबकि पश्चिम बंगाल की झांकी के प्रस्ताव को अस्वीकर कर दिया गया है. केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल की झांकी के प्रस्ताव को खारिज किए जाने के बाद अब टीएमसी (TMC) ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए टीएमसी नेता मदन मित्रा (Madan Mitra) ने गुरुवार को कहा कि यह बंगाल के लिए नया नहीं है. दिल्ली को बंगाल से डर लगता है. वे दिल्ली में बंगाल की झांकी रद्द कर सकते हैं. हम बंगाल में सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) को रद्द कर देंगे.
देखें ट्वीट-
TMC leader Madan Mitra on 'Central govt rejected proposal of West Bengal tableau for Republic day parade in Delhi': It's not new in the history of Bengal. Delhi is afraid of Bengal. They can cancel the tableau of Bengal in Delhi but Bengal will cancel NRC and CAA in Bengal. pic.twitter.com/Ei9SwIDDa2
— ANI (@ANI) January 2, 2020
दरअसल, बुधवार को रक्षा मंत्रालय (Defense Ministry) ने राज्य के प्रस्ताव पर आगे चर्चा नहीं करने का फैसला किया. रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पश्चिम बंगाल सरकार की झांकी का प्रस्ताव विशेषज्ञ समिति के पास दो बार गया और दूसरी बैठक में विस्तार से चर्चा करने के बाद इसे खारिज कर दिया गया. विशेषज्ञ समिति ने इस प्रस्ताव को दूसरी बैठक से आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया. यह भी पढ़ें: 2020 गणतंत्र दिवस परेड से नदारद रहेगी पश्चिम बंगाल की झांकी, गृह मंत्रालय ने प्रस्ताव को नहीं किया स्वीकार
बता दें कि पश्चिम बंगाल के अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड जैसे कई राज्यों की झांकी का चयन भी नहीं किया गया है. उल्लेखनीय है कि रक्षा मंत्रालय की इस समिति में देश के प्रख्यात कलाकार, वास्तुविद, संगीतकार, मूर्तिकार, गायक, पेंटर, फोटोग्राफर और अन्य विधाओं के विशेषज्ञ शामिल होते हैं.