शिवसेना के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी से कहा कि वह उन्हें डराने या धमकाने की कोशिश न करें और शिवसेना (Shiv Sena) को अपना राजनीतिक रास्ता चुनने दें. राउत ने मीडिया में कहा, "हम लड़ने और मरने के लिए तैयार हैं, लेकिन धमकी या जबरदस्ती की रणनीति को बर्दाश्त नहीं करेंगे." राउत बीजेपी (BJP) के अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बीते लोकसभा चुनाव से पहले बंद दरवाजों के पीछे सत्ता के बंटवारे के फामूर्ले पर की गई टिप्पणियों का जिक्र कर रहे थे.
राउत ने कहा, "मैंने सुना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि देवेंद्र फणनवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे..यहां तक की सेना भी बार-बार दोहरा रही है कि उनका मुख्यमंत्री ही शपथ लेगा." वहीं शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा था कि मुख्यमंत्री के पद के साथ ही सेना को 50:50 की सत्ता-साझेदारी मिलने की बात हुई थी. हालांकि, शाह और फडणवीस ने इसे खारिज कर दिया और ठाकरे को झूठा बता कर उन पर भाजपा के साथ गठबंधन खत्म करने का आरोप लगा दिया.
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राउत ने कहा, "आपने बंद दरवाजे के पीछे लिए गए फैसलों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी क्यों नहीं दी? चुनाव परिणाम आने तक साझेदारी से मना करने के लिए आप अब तक चुप क्यों रहे?" उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा से बंद दरवाजों के पीछे लिए गए फैसलों को जनता के सामने लाने से मना करती है, लेकिन अगर उन्होंने अपने शब्द और वादे पूरे किए होते, तो मामला कभी भी खुलकर सामने नहीं आता. सोमवार को एंजियोप्लास्टी कराने के बाद राउत ने पहली बार मीडिया से बातचीत की.