नई दिल्ली. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 (Maharashtra Assembly Election Results 2019) के नतीजों में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. सूबे में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी-शिवसेना (BJP-Shiv Sena) के बीच लगातार खींचतान जारी है. शिवसेना जहां 50-50 के फॉर्मूले पर अड़ी हुई है. वही बीजेपी इसे फिलहाल सिरे से खारिज कर रही है. 50-50 फॉमूले का मतलब है ढाई-ढाई साल दोनों पार्टियों का सीएम और मंत्रालय में बराबर का हिस्सा. इसके साथ ही मुंबई में जगह-जगह पोस्टर लगाकर शिवसैनिक वर्ली से चुनाव जीत युवा सेना प्रमुख और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य (Aaditya Thackeray) को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं. इसी बीच शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) ने एक बड़ा बयान देकर बीजेपी पर तंज कसा है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में सरकार बनाने को लेकर कहा कि महाराष्ट्र में कोई दुष्यंत चौटाला नहीं है जिसके पिता जेल में हों. यह भी पढ़े-महाराष्ट्र में नई सरकार पर सस्पेंस के बीच शिवसेना नेता दिवाकर रावते ने की राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात, देवेंद्र फडणवीस भी जाएंगे राज भवन
S Raut on being asked 'why it's taking time to form govt despite pre-poll alliance with BJP': There is no Dushyant here whose father is in jail. Here it's us who do politics of 'dharma & satya',Sharad ji who created an environment against BJP &Congress who will never go with BJP. https://t.co/aHADYgz6wH
— ANI (@ANI) October 29, 2019
संजय राउत ने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे जी ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं लेकिन हम उस विकल्प को स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते हैं. इसके साथ ही शिवसेना ने हमेशा सच्चाई की राजनीति की है, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं.
बीजेपी-शिवसेना निर्दलीय विधायकों को अपने पाले में लेने की कोशिश में लगातार जुटी हैं. इसी बीच महाराष्ट्र में दो निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है. बताना चाहतें है कि निर्दलीय विधायक विनोद अग्रवाल और महेश बालदी ने सीएम देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है.
Maharashtra: Two independent MLAs, Vinod Agrawal and Mahesh Baldi extend their support to Devendra Fadnavis & BJP. pic.twitter.com/kZTym4RaUO
— ANI (@ANI) October 29, 2019
गौर हो कि सोमवार को शिवसेना और बीजेपी के नेताओं ने अलग-अलग महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से मुलाकात की थी. जिसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.