Devesh Chandra Thakur's Statement: बिहार के सीतामढ़ी से नवनिर्वाचित जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के बयान पर राजनीति गरमा गई है. इस बयान को लेकर राजद और कांग्रेस ने जदयू सांसद की नीयत पर सवाल उठाए तो भाजपा बचाव में उतर आई है. दरअसल, सीतामढ़ी से जदयू के नवनिर्वाचित सांसद देवेश चंद्र ठाकुर अपने लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कम वोट से विजयी होने के कारण बता रहे थे. इसी दौरान अचानक उनका दर्द छलक पड़ा.
सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि वे लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं. इस दौरान उन्होंने यादव और मुसलमान लोगों का काम सबसे ज्यादा किया. लेकिन, अब यादव और मुसलमान का काम नहीं करेंगे. कोई अगर इस समाज का उनके यहां काम करवाने आता है तो उनको चाय-नाश्ता जरूर कराएंगे. लेकिन, उनका काम नहीं करेंगे. इस बयान के बाद कांग्रेस और राजद के नेता भड़क गए. राजद के प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा कि देवेश ठाकुर लंबे समय तक विधान परिषद के सभापति रहे हैं. ऐसे में इस तरह का बयान सही नहीं हैं. वे अब क्षेत्र के सांसद हैं और पूरे क्षेत्र का विकास उनकी जिम्मेदारी है. यह भी पढ़ें :- Sanjay Singh On BJP: आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह का बड़ा आरोप, कहा- ‘बीजेपी की ओर से प्रायोजित पानी का संकट चल रहा है’-Video
युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन कुमार यादव ने कहा कि यह संगत का असर है. भाजपा के साथ जाने के बाद जदयू के नेताओं को भी धर्म और जाति दिखाई देने लगी. चुनाव में कौन किसे वोट देता है, नहीं देता है, यह चुनाव तक ही सीमित है. देवेश ठाकुर पूरे सीतामढ़ी क्षेत्र के सांसद चुने गए हैं. ऐसा अगर सभी जनप्रतिनिधि करने लगे तो क्या होगा? दूसरी तरफ भाजपा नवनिर्वाचित सांसद के बचाव में उतर आई है. भाजपा के प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि सांसद ने भावनाओं में आकर कार्यकर्ताओं के बीच अपनी बात रखी है. ऐसी बातें भावना में आकर निकल गई होगी. इसका दूसरा मायने नहीं निकालना चाहिए.