नई दिल्ली:- नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां एक तबका इसा विरोध कर रहा है तो वहीं दूसरा वर्ग इसके समर्थन में मैदान में उतर गया है. इसी बीच नेताओं का जुबानी हमला भी जारी है. इसी कड़ी में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Union Minister and BJP leader RS Prasad) ने कांग्रेस पर बड़ा हमला कहा कि विपक्ष की एकता इस बैठक में ही उजागर हुई है क्योंकि सपा, टीएमसी, बीएसपी और आम आदमी पार्टी ने बैठक में भाग नहीं लिया. आज पारित प्रस्ताव ने पाकिस्तान के दिलों को खुश कर दिया होगा. रविशंकर प्रसाद का बयान उस वक्त आया है जब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष और राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला किया.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल ने एक बार से पाकिस्तान को खुश होने चांस दे दिया. वे कह रहे हैं कि सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट जल्दबाजी में पास हुआ. उन्होंने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) पर कहा कि इसे कौन लाया. दरअसल कांग्रेस द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के मुद्दे पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी.
Union Minister and BJP leader RS Prasad: Opposition's unity stands exposed in this meeting itself as major political parties likes SP, TMC, BSP & AAP didn't participate. The resolution passed today must have gladdened the hearts of Pakistan. pic.twitter.com/lz1axIPwWk
— ANI (@ANI) January 13, 2020
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) में इतनी हिम्मत नहीं है कि वो प्रदर्शन कर रहे छात्रों के सामने खड़े हो सकें. वहीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया था. सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) पर देश को गुमराह किया है. यह भी पढ़ें:- महाराष्ट्र: ठाकरे सरकार ने दिए संकेत, महाराष्ट्र में भी नहीं लागू होगा CAA!
गौरतलब हो कि CAA की सच्चाई बताने के लिए बीजेपी के सभी बड़े नेता मैदान में उतर गए हैं. बीजेपी लगातार देश की जनता को राष्ट्रीय नागरिकता कानून (CAA) और NRC पर जागरूकता फैलाने के लिए युवाओं से मदद की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कुछ राजनीतिक दलों पर कानून समझने के लिए तैयार नहीं होने और इससे संबंधित अफवाहों को हवा देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह कानून नागरिकता देने का है, किसी से नागरिकता छीनने का नहीं है.