जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शुक्रवार को एक बार फिर बीजेपी पर लोकतंत्र को नष्ट करने को लेकर हमला किया. सीएम गहलोत ने बीजेपी पर विधायकों की खरीदफरोख्त (Horsedtrading) का आरोप लगाया है. अशोक गहलोत ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का नाम लेते हुए कहा कि पीएम और अमित शाह देश के लोकतंत्र को नष्ट कर रहे हैं.
गहलोत ने बीजेपी पर अपनी सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे वक्त में जब देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह मिलकर लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी की हॉर्स ट्रेडिंग नहीं हुई थी इस वजह से राज्यसभा चुनाव टाल दिए गए और अब चुनाव देरी से कराए जा रहे हैं. यह भी पढ़ें- Rajya Sabha Elections 2020: राज्यसभा में 9 सीटों के साथ बढ़ सकती है बीजेपी की ताकत, ऊपरी सदन में NDA छू सकती है 100 का आंकड़ा.
उन्होंने कहा कि राज्यसभा के चुनाव दो महीने पहले हो सकते थे, तैयारी हो गई थी. उसके बावजूद अचानक चुनाव को बिना कारण के स्थगित कर दिया गया क्योंकि बीजेपी की होर्स ट्रेडिंग पूरी नहीं हुई थी. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें (मोदी-शाह) को कोरोना की चिंता ही नहीं थी, राहुल गांधी ने 12फरवरी को आगाह कर दिया था. उसके बावजूद भी मध्यप्रदेश में सरकार बदली गई.
हमारे विधायक एकजुट: सीएम गहलोत
We are united. Not a single vote of our MLAs will go to anyone else in Rajya Sabha elections & our two candidates will emerge victorious. Two CPI-M MLAs will support us in the election: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot https://t.co/LQQarfK2dX
— ANI (@ANI) June 12, 2020
इससे पहले सचिन पायलट ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी. उन्होंने कहा, हमारे सभी विधायक हमारे साथ खड़े हैं. सचिन पायलट ने कहा राज्यसभा चुनाव में तीन में से दो सीटों पर हमारी जीत होगी. उन्होंने कहा, लॉकडाउन की वजह से हम तीन महीने में नहीं मिल पाए थे. इसलिए इस होटल में मीटिंग बुलाई गई थी. सभी विधायक साथ हैं.
रिकॉर्ड के अनुसार, वर्तमान में बीजेपी के पास राज्यसभा की 75 सीटों की संख्या है. मार्च में हुए द्विवार्षिक चुनाव के बाद सदन में बीजेपी सीटों की संख्या 81 से घटकर 75 पर आ गई थी. मगर इस महीने होने जा रहे चुनाव में बीजेपी 9 सीटें जीतती है तो सदन में एनडीए की संख्या 100 तक पहुंच जाएगी.