दिल्ली: जम्मू कश्मीर में हाल ही पूंछ सेकटर में भारी गोलीबारी हुई थी. इस गोलीबारी में कई लोगों की मौत हो गई थी और कई बच्चे अनाथ हो गए थे. इन बच्चों को अब गोद लेने का फैसला कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने लिया है. बता दें कि यह हमला उस समय हुआ जब भारतीय सेना ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था.
इस सैन्य कार्रवाई का मकसद पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देना था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई थी. ये भी पढ़े:Rahul Gandhi on Ayodhya incident: राहुल गांधी ने अयोध्या की घटना पर जताई नाराजगी, कहा ,’दलित बेटी के साथ हुई अमानवता और उसकी नृशंस हत्या हृदयविदारक और बहुत शर्मनाक है
राहुल गांधी ने पीड़ित परिवारों से की थी मुलाकात
इस घटना के बाद कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. उन्होंने वहां की त्रासदी को नजदीक से देखा और लोगों की समस्याएं सुनीं. स्थानीय लोगों ने उनसे इस मुद्दे को संसद और राष्ट्रीय मंच पर उठाने की मांग की, जिस पर उन्होंने सहमति जताई.
अब राहुल गांधी उठाएंगे 22 बच्चों की जिम्मेदारी
इस संवेदनशील दौरे के बाद राहुल गांधी ने बड़ा निर्णय लिया है , वे उन 22 अनाथ बच्चों की परवरिश और जिम्मेदारी उठाएंगे, जिन्होंने इस हमले में अपने माता-पिता को खो दिया. यह कदम एक मानवीय संवेदना का उदाहरण है, जो राजनीति से परे जाकर संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी की मिसाल पेश करता है.राहुल गांधी का यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.उनके इस कदम से उन परिवारों को राहत की किरण मिली है जो जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं.













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