रामपुर : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रामपुर में मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी (Mohammad Ali Jauhar University) के मेडिकल छात्रों ने उत्तर प्रदेश मेडिकल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग के अधिकारियों की एक टीम द्वारा यूनिवर्सिटी परिसर में दीवार पर एक नोटिस चिपकाए जाने के बाद विरोध प्रदर्शन किया.
अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने से पहले अनिवार्य निरीक्षण के लिए टीम ने सोमवार को यूनिवर्सिटी का दौरा किया. लेकिन उन्होंने यूनिवर्सिटी को बंद पाया.
यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश में मानसून ने फिर पकड़ी रफ्तार, बारिश ने गर्मी से दिलाई राहत, न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज
नोटिस में कहा गया, "महानिदेशक मेडिकल शिक्षा एवं प्रशिक्षण के निर्देश पर, मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए एक प्रमाण पत्र जारी करने के मकसद से निरीक्षण के लिए पांच सदस्यीय दल ने रामपुर के जौहर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का दौरा किया. चूंकि कैंपस, अस्पताल, रजिस्ट्रार ऑफिस कार्यालय बंद है और कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है, नोटिस चिपकाया जा रहा है."
नोटिस चिपकाए जाने के तुरंत बाद, छात्रों का एक बड़ा समूह यूनिवर्सिटी के परिसर में इकट्ठा हो गया और विरोध प्रदर्शन करने लगा. छात्रों ने कहा कि सरकार "छात्रों और कर्मचारियों को परेशान कर रही है और शैक्षणिक कामों में बाधा डाल रही है."
एक छात्र गुलरेज ने कहा, "लगभग एक महीने से अधिकारी जौहर विश्वविद्यालय आकर परेशान कर रहे हैं. हम यहां पढ़ाई करने के लिए हैं न कि राजनीतिक खेल खेलने के लिए." विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा.
समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खान के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हैं, जो विश्वविद्यालय के चांसलर भी हैं. आजम पर जमीन हड़पने, 'आलिया मदरसा' से किताबें चुराने और रामपुर क्लब से शेर की मूर्तियां चुराने के आरोप हैं.