नई दिल्ली. इजराइली एजेंसी द्वारा भारतीय पत्रकारों, वकीलों और ऐक्टिविस्ट्स की जासूसी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) घिरती नजर आ रही है. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहा है. इसी बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया है. साथ ही प्रियंका गांधी ने इसे मानवाधिकार का उल्लंघन बताया है. WhatsApp ने ये नहीं बताया है कि इस स्पाईवेयर के जरिए कितने भारतीयों की जासूसी हुई है.
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने ट्वीट कर कहा कि अगर बीजेपी या सरकार ने पत्रकारों, वकीलों, कार्यकर्ताओं और नेताओं की जासूसी के लिए इजरायली एजेंसियों को लगाया है, तो यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन और राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर आघात है. सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार है. यह भी पढ़े-व्हाट्सएप ने की पुष्टि, कहा- इजरायली साइबर कंपनी ने की भारतीय पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी
प्रियंका गांधी बोली-अगर बीजेपी या सरकार ने जासूसी करवाई है तो ये मानवाधिकारों का उल्लंघन है
If the BJP or the government has engaged Israeli agencies to snoop into the phones of journalists, lawyers, activists and politicians, it is a gross violation of human rights and a scandal with grave ramifications on national security. Waiting for the government’s response.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 1, 2019
ज्ञात हो कि भारतीय पत्रकारों सहित नेताओं की जासूसी की पुष्टि WhatsApp ने की है. साथ ही कहा है कि स्पाईवेयर भारत में भी एक्टिव था और यहां के लोगों की भी जासूसी हुई है.
गौरतलब है कि WhatsApp ने बुधवार को अमेरिकी फेडरल कोर्ट में इजराइली एजेंसी एनएसओ ग्रुप पर मामला दर्ज कराया है. कंपनी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एजेंसी ने अपने Pegasus नाम के स्पाईवेयर के जरिए WhatsApp यूजर्स को टार्गेट कर जासूसी की है.