नई दिल्ली: फानी तूफान (Cyclone Fani) भले ही ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) से होकर गुजर गया हो, लेकिन सियासी गलियारों में तूफान अब भी बरकरार है. जी हां, फानी तूफान को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (CM Mamata Benarjee) और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के बीच ठन गई है. दरअसल, तृणमूल कांग्रेस यानी टीएमसी के नेताओं ने शनिवार को पीएम मोदी पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने फानी तूफान के मसले पर ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक (Navin Patnaik) से बात की, लेकिन पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को फोन नहीं किया. बता दें कि टीएमसी ने जैसे ही फानी को लेकर पीएम मोदी को निशाने पर लिया, दोनों तरफ से दावे पेश करने का दौर शुरू हो गया.
फानी तूफान को लेकर सीएम ममता बनर्जी को फोन न किए जाने के टीएमसी के दावों को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पीएम मोदी ने ममता बनर्जी से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. अधिकारी का कहना है कि पीएमओ ने दो बार पीएम मोदी की बात मुख्यमंत्री से फोन पर कराने की कोशिश की, लेकिन दोनों बार स्टाफ से कहा गया कि सीएम ममता बनर्जी की ओर से फोन किया जाएगा. एक बार तो उनसे कहा गया की मुख्यमंत्री दौरे पर हैं. यह भी पढ़ें: Cyclone Fani: चक्रवाती तूफान 'फानी' से अब तक 16 की मौत, 1 करोड़ लोग हुए प्रभावित, बड़े पैमाने पर राहत कार्य जारी
बता दें कि फानी तूफान से हुए नुकसान की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को फोन किया गया, लेकिन टीएमसी का आरोप है कि पीएमओ ने सिर्फ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को कॉल किया था, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को न तो कोई फोन आया और नहीं उनसे फानी तूफान के ताजा हालात के बारे में कोई जानकारी ली गई. यह भी पढ़ें: 'जय श्री राम' के नारे पर भड़कीं ममता बनर्जी, गाड़ी से उतरकर BJP कार्यकर्ताओं को दी धमकी, देखें वीडियो
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सीएम ममता बनर्जी से बात न हो पाने की स्थिति में प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से बात की. इस पर टीएमसी ने न सिर्फ अपनी नाराजगी जाहिर की है, बल्कि यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी देश के संघीय ढांचे का सम्मान नहीं करते हैं.