PM Modi in AMU: पीएम मोदी ने कहा-एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में हर जगह भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का शताब्दी कार्यक्रम शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया. पीएम ने इस दौरान डाक टिकट भी जारी इया. उन्होंने वाइस चांसलर की तरफ से यूनिवर्सिटी का दौरा करने का भी निमंत्रण दिया गया है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश का इतिहास AMU की दीवारों में है. साथ ही एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में हर जगह भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं.
नई दिल्ली, 22 दिसंबर. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का शताब्दी कार्यक्रम शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अपना संबोधन शुरू किया. पीएम ने इस दौरान डाक टिकट भी जारी इया. उन्होंने वाइस चांसलर की तरफ से यूनिवर्सिटी का दौरा करने का भी निमंत्रण दिया गया है. पीएम मोदी (PM Modi in AMU) ने अपने संबोधन में कहा कि देश का इतिहास AMU की दीवारों में है. साथ ही एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में हर जगह भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज एएमयू से तालीम लेकर निकले सारे लोग भारत के सर्वश्रेष्ठ स्थानों पर ही नहीं बल्कि दुनिया के सैकड़ों देशों में छाए हुए हैं. एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में कहीं भी हों, भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं. यह भी पढ़ें-Uttar Pradesh: अलीगढ़ में दुल्हे ने नहीं दी दोस्तों को शादी की पार्टी तो दोस्तों ने चाकू से गोदकर कर दी हत्या
ANI का ट्वीट-
पीएम ने कहा कि पहले मुस्लिम बेटियों का स्कूल ड्रॉपआउट रेट 70 प्रतिशत से अधिक था वो अब घटकर करीब-करीब 30 फीसदी रह गया है. पहले लाखों मुस्लिम बेटियां शौचायल की कमी की वजह से पढ़ाई छोड़ देती थीं, अब हालात बदल रहे हैं. मुस्लिम बेटियों का ड्रॉपआउट रेट कम से कम हो इसके लिए केंद्र सरकार प्रयास कर रही है.
PM ने कहा कि समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो, तो हर मतभेद किनारे रख देने चाहिए. जब आप सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसी कोई मंजिल नहीं, जो हम हासिल न कर सकें.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है. जिस सदी को भारत की बताया जा रहा है, उस लक्ष्य की तरफ भारत कैसे आगे बढ़ता है, इसे लेकर सब उत्सुक हैं. इसलिए हम सबका एकनिष्ठ लक्ष्य ये होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं.