आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालिवाल ने रविवार को आरोप लगाया कि उन्हें आप के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर "चरित्र हत्या" अभियान के बाद से बलात्कार और मौत की धमकियां मिल रही हैं.
उन्होंने यूट्यूबर ध्रुव राठी पर भी गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ध्रुव राठी ने उनके खिलाफ एक "एकतरफा" वीडियो पोस्ट कर लोगों के नफरत को और बढ़ा दिया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मिले अपमानजनक संदेशों और बलात्कार की धमकियों के कई स्क्रीनशॉट अपने एक्स हैंडल पर साझा करते हुए आप सांसद ने कहा कि उन्हें अपनी ही पार्टी के नेताओं द्वारा कथित तौर पर चरित्र हत्या और पीड़ित को शर्मसार करने का शिकार बनाया जा रहा है.
मालिवाल ने एक्स पोस्ट में कहा, "मेरी पार्टी यानी आप के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मेरे खिलाफ चरित्र हत्या, पीड़ित को शर्मसार करने और भावनाओं को भड़काने का अभियान चलाया, जिसके बाद से मुझे बलात्कार और मौत की धमकियां मिल रही हैं. यह तब और बढ़ गया जब यूट्यूबर (ध्रुव राठी) @Dhruv_Rathee ने मेरे खिलाफ एकतरफा वीडियो पोस्ट किया."
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की पूर्व प्रमुख ने आगे दावा किया कि पार्टी नेतृत्व उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार के खिलाफ अपनी शिकायत वापस लेने के लिए डराने की कोशिश कर रहा है.
After the leaders and volunteers of my party i.e. AAP orchestrated a campaign of charachter assassination, victim shaming and fanning of emotions against me, I have been getting rape and death threats.
This got further exacerbated when YouTuber @Dhruv_Rathee posted a one-sided… pic.twitter.com/EfCHHWW0xu
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) May 26, 2024
'ध्रुव राठी पर आप प्रवक्ता है'
मालिवाल ने यूट्यूबर पर भी निराशा व्यक्त की, उन्होंने कहा कि उसके साथ संपर्क करने और अपनी बात रखने के उनके प्रयासों के बावजूद, ध्रुव राठी ने उनके कॉल और मैसेज को नजरअंदाज कर दिया. उन्होंने ध्रुव राठी पर आरोप लगाया कि वह एक आप प्रवक्ता हैं जो स्वतंत्र पत्रकार होने का दावा करता है, लेकिन वास्तव में पीड़ित को शर्मसार करता है.
AAP सांसद स्वाति मालिवाल ने कहा, "जहां तक पार्टी नेतृत्व का सवाल है, यह बहुत स्पष्ट है कि वे मुझे मेरी शिकायत वापस लेने के लिए डराने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, ध्रुव के मामले में मैंने उस तक पहुंचने की पूरी कोशिश की ताकि उसे मेरा पक्ष बता सकूं, लेकिन उसने मेरे कॉल और मैसेज को नजरअंदाज कर दिया. यह शर्म की बात है कि उसके जैसे लोग, जो स्वतंत्र पत्रकार होने का दावा करते हैं, आप के अन्य प्रवक्ताओं की तरह काम कर सकते हैं और मुझे इस हद तक शर्मसार कर सकते हैं कि अब मुझे अत्यधिक अपमान और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है."
आप सांसद ने आगे तथ्यों को सूचीबद्ध किया और राठौड़ से पूछा कि उसने अपने 2.5 मिनट के वीडियो में यह क्यों नहीं बताया कि AAP ने यह स्वीकार करने के बाद अपना रुख बदल दिया कि घटना हुई थी या उसके एमएलसी (मेडिकोलीगल केस) रिपोर्ट के बारे में बात नहीं की जो हमले के कारण चोटों को प्रकट करती है.
मालिवाल ने कहा, "वह मेरे खिलाफ अपने 2.5 मिनट के वीडियो में जो तथ्य बताने से चूक गया -
पार्टी ने यह स्वीकार करने के बाद अपना रुख बदल दिया कि घटना हुई है. उन्होंने कहा-
- एमएलसी रिपोर्ट जो हमले के कारण हुई चोटों को प्रकट करती है.
- वीडियो का चुनिंदा हिस्सा जारी किया गया था और फिर आरोपी का फोन फॉर्मेट कर दिया गया था?
- आरोपी को अपराध स्थल (सीएम हाउस) से गिरफ्तार किया गया था. उसे फिर से वहां जाने की अनुमति क्यों दी गई? सबूतों से छेड़छाड़ के लिए?
- एक महिला जो हमेशा सही मुद्दों के लिए खड़ी रही, यहां तक कि सुरक्षा के बिना मणिपुर भी गई, उसे भाजपा द्वारा कैसे खरीद लिया जा सकता है?"
मालिवाल ने अंत में कहा कि वह दिल्ली पुलिस को ये बलात्कार और मौत की धमकियों की जानकारी दे रही हैं और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही हैं.
आपको बता दें कि आप सांसद मालिवाल ने बिभव कुमार पर शारीरिक यातना और मारपीट करने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुमार ने उन्हें सात से आठ बार थप्पड़ मारा, 'छाती, पेट और पेल्विस क्षेत्र पर लात मारी' और जान से मारने की धमकी दी जब वह केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर उनसे मिलने गई थी.
आप ने इन आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि मालिवाल को भाजपा द्वारा उनकी साजिश का हिस्सा बनने के लिए "ब्लैकमेल" किया जा रहा है. कुमार को दिल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354, 506, 509 और 323 के तहत मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया था. वह 28 मई तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे. उसके बाद कोर्ट में फिर इस मामले पर सुनवाई होगी.