अयोध्या (Ayodhya) मामले पर शनिवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यहां सभी बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले हुए हैं और जिले में मुस्लिम (Muslim) बाहुल्य क्षेत्रों में माहौल सामान्य है. अयोध्या में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) आशुतोष पांडे ने कहा, "यहां सब सामान्य है. राम लला मंदिर (विवादित भूमि पर अस्थाई मंदिर) में दर्शन शांतिपूर्वक जारी है. हालांकि अपराह्न् तक श्रद्धालु कुछ कम हो गए, लेकिन शाम तक स्थिति शांतिपूर्ण रहने पर भीड़ बढ़ने की उम्मीद है."
फैसला आने के बाद एडीजी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों समेत विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा किया. उन्होंने कहा, "स्थिति सामान्य है. सभी क्षेत्रों में दुकानें खुली हुई हैं." उन्होंने कहा, "हमने सभी धार्मिक नेताओं से फैसले पर प्रतिक्रिया देते समय संयम बरतने का आग्रह किया है. हमारा मकसद किसी की धार्मिक भावना को आहत नहीं करने और सौहार्द्र कायम रखने का है."
बहुप्रतीक्षित निर्णय से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पांडे ने अयोध्या में सुरक्षा का जिम्मा संभाला था. सूत्रों ने कहा कि रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) समेत केंद्रीय अर्धसैनिक बल की 60 कंपनियां यहां तैनात की गई हैं. जिले में कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए अर्धसैनिक बल के अलावा 1,200 कांस्टेबल, 250 उप निरीक्षक और 125 निरीक्षक भी तैनात किए गए हैं.
खुफिया एजेंसियों की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अयोध्या में सभी होटलों, धर्मशालाओं और रेस्ट हाउसों को छान मारा. जिले के सभी प्रवेश और निकास द्वारों पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है. अयोध्या पुलिस के सूत्रों के अनुसार, सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के अलावा पुलिस ने शहर में 98 स्थानों को संवेदनशील माना है और वहां पुलिस चौकियां स्थापित की गई हैं. विवादित स्थल पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को अलर्ट पर रखा गया है.