नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर एक प्रेस कांफ्रेंस कर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को बाकी लोगों को चोर-चोर कहने की आदत पड़ चुकी है. वह इस काम में माहिर हो चुके हैं और देश की जनता इसके लिए उन्हें करारा जवाब भी दे चुकी है. वित्त मंत्री सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने ये बातें मंगलवार को देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से सोमवार को मिले 1.76 लाख करोड़ रुपए के फंड का सरकार क्या करेगी? यह पूछे जाने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- हम इस बारे में फिलहाल नहीं बात कर सकते हैं. जल्द इस बारे में फैसला होगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आगे कहा, कारोबारियों के साथ बैठक हुई थी. इस बैठक में जीएसटी (GST) को लेकर विस्तृत चर्चा हुई थी. व्यापारी वर्ग बिना चिंता के अपना काम करे. जीएसटी को सरल बनाने पर काम किया जा रहा है. यह भी पढ़े-निर्मला सीतारमण ने कहा-भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर और FPI के कैपिटल गेन्स से सरचार्ज खत्म होगा, जानिए 10 बड़ी बातें
Finance Min Nirmala Sitharaman on Rahul Gandhi's tweet on RBI: Whenever Rahul Gandhi raises things like 'chor,chori,' one thing comes to my mind, he tried his best 'chor, chor,chori,' but public gave him befitting reply. What's the point of using the same words again? pic.twitter.com/qyccEFFfos
— ANI (@ANI) August 27, 2019
उन्होंने आगे कहा कि इस देश में कई वर्ग के व्यापारी हैं, जिसमें लघु, मध्यम, सूक्ष्म, नैनो या बड़े उद्यमी शामिल हैं. हम चाहते हैं कि वे बिना किसी चिंता के अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएं.
PM & FM are clueless about how to solve their self created economic disaster.
Stealing from RBI won’t work - it’s like stealing a Band-Aid from the dispensary & sticking it on a gunshot wound. #RBILooted https://t.co/P7vEzWvTY3
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 27, 2019
बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट कर कहा, 'प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री इसको लेकर बेखबर हैं कि उनके खुद के द्वारा पैदा की गई आर्थिक त्रासदी को कैसे दूर किया जाए.' उन्होंने दावा किया, 'आरबीआई (RBI) से चुराने से काम नहीं चलने वाला है. यह किसी दवाखाने से बैंड-एड चुराकर, गोली लगने से हुए घाव पर लगाने जैसा है.'