भोपाल: मध्य प्रदेश के विदिशा में एक चुनावी रैली के दौरान चुनाव आयोग के आदर्श आचार संहिता के तहत शिवराज सिंह चौहान का माइक बंद करने पर एक पुलिस अधिकारी को बीजेपी विधायक के गुस्से का सामना करना पड़ा.
यह घटना गुरुवार रात विदिशा निर्वाचन क्षेत्र के भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में हुई, जहाँ से बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान को लोकसभा उम्मीदवार बनाया है. शिवराज सिंह चौहान जब चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे, तो मंडीदीप पुलिस स्टेशन के प्रभारी महेंद्र सिंह ठाकुर ने कथित तौर पर माइक बंद कर दिया क्योंकि चुनाव आचार संहिता के अनुसार उम्मीदवारों को रात 10 बजे तक अपना प्रचार अभियान समाप्त करना होता है.
विधायक का गुस्सा और धमकी
माइक बंद होने के बाद, शिवराज सिंह चौहान वीडियो में पुलिस अधिकारी के आचरण पर सवाल उठाते हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा, "माइक क्यों बंद किया, अभी 10 बजे हैं, इसे फिर से चालू करो, बस उसे (संबंधित पुलिसकर्मी) यहाँ से हटा दो."
बीजेपी का अहंकार देखो
चुनाव आचार संहिता का पालन कराने पर बीजेपी के मंच से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सवाल किये और सुरेंद्र पटवा ने थाना प्रभारी महेंद्र सिंह ठाकुर को बदतमीज़ी करते हुए धमकाया।
शिवराज जी,
एक पूर्व मुख्यमंत्री का यह स्तर ?
बेहद अशोभनीय और निंदनीय… pic.twitter.com/WTZws1q6mW
— MP Congress (@INCMP) May 3, 2024
हालांकि, पूर्व मध्य प्रदेश मंत्री और स्थानीय बीजेपी विधायक सुरेंद्र पटवा गुस्से में न केवल पुलिस अधिकारी के आचरण पर सवाल उठाते दिखे, बल्कि उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी. वीडियो में सुरेंद्र पटवा पुलिस अधिकारी से कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, "इधर आओ, तुम्हें ऐसी जगह फेंक दिया जाएगा कि वापस आना संभव नहीं होगा. वह (पुलिसकर्मी) बहुत परेशानी पैदा कर रहा है." स्थानीय बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बाद में उन्हें रोका. बाद में माइक फिर से चालू कर दिया गया.
कांग्रेस ने की निंदा
वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, "बीजेपी का अहंकार देखिए. शिवराज सिंह चौहान चुनाव आचार संहिता के कार्यान्वयन पर सवाल उठा रहे हैं और सुरेंद्र पटवा पुलिस स्टेशन प्रभारी महेंद्र सिंह ठाकुर के साथ दुर्व्यवहार और धमकी दे रहे हैं. बेहद अभद्र और निंदनीय कृत्य."