पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की बयानबाजी भी चुनावी माहौल के साथ-साथ तेज हो गई है. यूं तो ममता बनर्जी आए दिन पीएम मोदी पर किसी न किसी मुद्दे को लेकर हमला बोलती रहती हैं. गुरुवार को ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के भाषणों को लेकर उनपर हमला बोला है. ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत तरह के भाषण देते हैं, लेकिन ढंग से एक लाइन इंग्लिश नहीं बोल पाते हैं. इसके लिए उन्हें टेलीप्रॉम्पटर की मदद लेनी पड़ती है. बिना टेलीप्रॉम्पटर की मदद के वह इंग्लिश नहीं बोल सकते.
ममता बनर्जी ने कहा, " पूरा मीडिया इस बात को जानता है, बाकी लोग भी जानते हैं. वह स्क्रीन पर देखते हैं जो इंग्लिश में बोलना होता है पढ़ देते हैं, फिर ऐसा बोलते हैं कि जैसे वह इस भाषा में फ्लूएंट हैं. लेकिन हमें ऐसा नहीं करना पड़ता है" यह भी पढ़ें- सीएम ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में रोकी 'आयुष्मान भारत' योजना, पीएम मोदी पर लगाया क्रेडिट लेने का आरोप
गौरतलब है कि ममता बनर्जी हमेशा मोदी सरकार की बड़ी विरोधियों में शामिल है. गुरुवार को सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि वह अपने राज्य में केंद्र सरकार की 'आयुष्मान भारत' (Ayushman Bharat) योजना लागू नहीं करेंगी. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह राज्य के योगदान की अनदेखी कर स्वास्थ्य योजनाओं का सारा श्रेय खुद ले रहे हैं. पीएम मोदी पर सीएम ने आरोप लगाया कि 'वह डाकघरों के माध्यम से बंगाल के लोगों को पत्र भेजकर इस योजना का क्रेडिट खुद को दे रहे हैं.' यह भी पढ़ें- पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पीएम मोदी को बताया तानाशाह, कहा- हिटलर की तरह करते हैं बर्ताव
उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए डाकघरों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि मेरा राज्य आयुष्मान भारत के लिए 40 फीसद फंड नहीं देगा. उनके मुताबिक, अगर केंद्र को अपनी योजना चलानी है तो पूरा फंड देना होगा.