नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट के विभागों को बंटवारा हो गया है. इसी के साथ चुने गए सभी मंत्रियों को नई जिम्मेदारी मिल गई है. मोदी सरकार में निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री होंगी. हालांकि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए ने 1970 से 1971 के बीच वित्त मंत्रालय रखा था लेकिन वित्त मंत्रालय (Finance minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के पास फुल टाइम रहेगा. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण को कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय का भी चार्ज भी दिया गया है. इससे पहले निर्मला सीतारमण ने फूल टाइम डिफेंस मिनिस्ट्री संभाल के इतिहास रच दिया था.
तीन सितंबर 2017 को नरेंद्र मोदी की सरकार में रक्षा मंत्री बनाया गया था. उनके कार्यकाल में भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के तेरह दिन के भीतर पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला करके आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया जिसमें कई आतंकवादी मारे गए. इसके साथ इस्राइल और अमेरिका के साथ रक्षा सौदों में सीतारमण की भूमिका अहम रही. इससे पहले 2014 में उन्होंने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार संभाला था.
राजनीतिक सफरनामा
निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था. निर्मला सीतारमण ने तिरुचिरपल्ली के सीतालक्ष्मी रामस्वामी कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक और देश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से अर्थशास्त्र में एम.फिल की डिग्री हासिल की है.कर्नाटक से राज्यसभा की सदस्य सीतारमण 2008 में बीजेपी में शामिल हुई थीं और उन्हें 2014 में नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में कनिष्ठ मंत्री के तौर पर जगह दी गई थी.
इसके अलावा वह 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं. बीजेपी प्रवक्ता के तौर पर शालीनता से टीवी बहसों में पार्टी का पक्ष रखने वाली दक्षिण भारतीय सीतारमण उत्तर भारत में भी लोकप्रिय चेहरा रहीं. उनकी हाजिरजवाबी के भी मुरीद कम नहीं और इसे इस तरह से समझा जा सकता है कि राफेल मामले पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए उन्होंने जब संसद में भाषण दिया तो वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.
निर्मला सीतारमण का विवाह आंध्रप्रदेश के एक परिवार में हुआ. दिलचस्प बात यह है कि निर्मला के ससुराल वालों का जुड़ाव कांग्रेस के साथ रहा और निर्मला भाजपा से जुड़ीं. ( भाषा इनपुट्स )