Sachin Vaze केस की वजह से महाराष्ट्र की सियासत में आया भूचाल, NCP के नवाब मालिक के इस बयान से CM उद्धव ठाकरे की बढ़ेगी टेंशन
मंत्री नवाब मलिक और सीएम उद्धव ठाकरे (ANI/Facebook)

मुंबई: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के आवास एंटीलिया (Antilia) के पास एसयूवी में मिली विस्फोटक मामले में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वझे (Sachin Waze) अब महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत में भूचाल की वजह बन गए है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने पुलिस अफसर सचिन वझे की गिरफ्तारी और अंबानी के घर के सामने जिलेटिन रखने की घटना में बुधवार को बड़े खुलासे किए. जबकि शिवसेना मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह (Paramvir Singh) के ताबदले के पीछे दबाव होने से इनकार करते हुए वझे का राजनीतिक संबंध होने का बीजेपी नेता से सबूत मांग रही है. वझे प्रकरण में मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का तबादला, एनआईए ने किया अन्य लोगों के शामिल होने का दावा

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई सीपी परमबीर सिंह को स्थानांतरित करने के लिए प्रशासनिक निर्णय लिया. उन्हें निर्णय लेने का पूरा अधिकार है लेकिन सचिन वझे को लेकर जिस तरह से चीजें सामने आ रही है उससे पूरे मुंबई पुलिस की छवि खराब हुई है. उन्होंने आगे कहा कि कमिश्नर की अध्यक्षता की समिति में सचिन वझे को बहाली करने का निर्णय कमिश्नर ने लिया. वे सिधे उनको रिपोर्ट करते थे, कही न कही जबावदारी की जिम्मेदारी मुखिया की होती जो निश्चित की गई और तबादला किया गया है.

इससे पहले, शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने सिंह के ताबदले के पीछे दबाव होने से इनकार करते हुए बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को चुनौती दी कि अगर उनके पास गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वझे के कथित ‘राजनीतिक संरक्षकों’ के बारे में सबूत है तो उनका नाम बताएं. राउत ने कहा कि फडणवीस को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे मुंबई हतोत्साहित हो.

उन्होंने कहा, ‘‘अगर विपक्ष सोचता है कि यह तबादला किसी दबाव में किया गया तो वह गलत है. उद्धव ठाकरे सरकार ने किसी दबाव में तबादला नहीं किया है. यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि जब तक जांच जारी है तब तक यह तबादला किया जाना चाहिए. इससे पहले फडणवीस ने कहा था कि सिंह और वाजे ‘छोटे आदमी‘ हैं और मामले को केवल उन्हें जिम्मेदार ठहराकर सुलझाया नहीं जा सकता.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘कौन है इसके पीछे? उसकी जांच होनी चाहिए. राजनीतिक आका जिन्होंने वझे को निर्देशित किया, उनका पता लगाया जाना चाहिए. उन्होंने ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या होने की आशंका जताई और आरोप लगाया कि वाजे के कई शिवसेना नेताओं से गहरे संबंध थे.

इस पर राउत ने कहा, ‘‘अगर आपके पास सबूत है तो उन लोगों का नाम बताएं. फडणवीस पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि बीजेपी नेता अगले साढ़े तीन साल महाविकास अघाडी सरकार के बचे कार्यकाल के पूरा होने तक खुद को बनाए रखने के लिए मुद्दे उठाते रहेंगे.