महाराष्ट्र के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार को बड़ी राहत मिली है. राज्य में शुरू किए गए महत्वकांशी ट्री-प्लांटिंग स्कैम में किसी भी प्रकार की अनियमितता और गड़बड़ी नहीं मिलने की जानकारी सामने आई है और इसलिए मंत्री को क्लीन चीट दी गई है. राज्य में लागू महत्वाकांक्षी 33 करोड़ पौधारोपण अभियान में यह बात सामने आयी है कि कोई अनियमितता या गड़बड़ी नहीं हुई है.
राज्य में देवेन्द्र फड़णवीस सरकार के दौरान वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. इस पर महाविकास आघाडी सरकार ने आपत्ति जताई थी और कई आरोप लगाए थे. जिसके लिए मामले की जांच के लिए एक समिति नियुक्त की गई थी. इस कमेटी की ओर से दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि कोई अनियमितता या गड़बड़ी नहीं हुई है. इसके साथ ही समिति की स्पष्ट किया की राज्य में अभियान सफल रहा है. ये भी पढ़े :PM Cares for Children Scheme: पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन’ योजना के तहत प्राप्त करीब 51 प्रतिशत आवेदनों को खारिज कर दिया गया
बता दें की तत्कालीन फड़नवीस सरकार के दौरान वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने राज्य में 33 करोड़ वृक्षारोपण के अभियान की घोषणा की थी. कुछ समय के बाद महाविकास आघाडी के नेताओं ने सुधीर मुनगंटीवार पर इसमें बड़े घोटाले का आरोप लगाया था.
परिणामस्वरूप, तत्कालीन वन मंत्री दत्ता भरणे ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस वृक्षारोपण की जांच के लिए विधानसभा में एक समिति की घोषणा की थी.इस समिति द्वारा जांच के बाद प्रस्तुत रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला कि कोई अनियमितता या गड़बड़ी नही हुई थी. 33 करोड़ के वृक्षारोपण मामले में सुधीर मुनगंटीवार को क्लीन चिट मिल गई है और उन पर लगे सभी आरोप साफ हो गए हैं.