भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में जारी सियासी घमासान के बीच गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अहम फैसला सुनाया है. देश की शीर्ष कोर्ट ने मध्य प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है. किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए कोर्ट ने पूरी कार्रवाही की वीडियो रिकार्डिंग करने का भी आदेश दिया है. इसके साथ ही कमलनाथ (Kamal Nath) सरकार की किस्मत का फैसला भी कल होना तय है.
सुप्रीम कोर्ट ने मामलें कि सुनवाई के बाद कहा कि विधानसभा में शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराया जाए. फ्लोर टेस्ट विधायकों के हाथों के प्रदर्शन (हाथ उठाकर) से होगा ना कि वोटिंग के जरिए. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर बागी विधायक मध्य प्रदेश विधानसभा में आना चाहते हैं तो कर्नाटक के डीजीपी और मध्य प्रदेश के डीजीपी उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएं.
Supreme Court says the floor test would be held by show of hands in accordance with the law. Floor test to be completed by 5pm tomorrow. https://t.co/BliWyVCgwu
— ANI (@ANI) March 19, 2020
वहीं कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करने की बात कही है. बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि कल फ्लोर टेस्ट होगा और हमारा अटल विश्वास है कि ये सरकार पराजित होगी और नई सरकार बनने का रास्ता साफ होगा. कल दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
इससे पहले कांग्रेस के विधायकों ने बुधवार को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की. कांग्रेस ने राज्यपाल टंडन को ज्ञापन देकर बेंगलुरू में बंधक बनाए गए कांग्रेस के 16 बागी विधायकों को मुक्त कराने की मांग की. राजधानी के एमपी नगर स्थित होटल मैरियट में कांग्रेस के विधायक ठहरे हुए हैं.